ज़िन्दगी कोट्स हिंदी में
इस साल का सफर कुछ यूं गुजर गया !!
कुछ अपने अनजाने हो गए !!
कुछ अनजानों को अपनाकर गया !!
पंछी कभी बच्चों को भविष्य के लिए !!
घोसला बनाकर नहीं देते !!
वो तो बस उन्हें उड़ने की कला सिखाते हैं !!
भरोसा करते वक्त होशियार रहिये !!
क्योंकि फिटकरी और मिश्री !!
एक जैसे ही नजर आते हैं !!
अहंकार की बीमारी मदिरा जैसी है !!
स्वयं को छोड़कर सबको पता चलता है !!
कि इसको चढ़ गयी है !!
समय की कीमत अखबार से पूछो !!
जो सुबह चाय के साथ होता है !!
वही रात को रद्दी हो जाता है !!
हमसे कभी पूरी न हुई तालीम तेरी ऐ जिंदगी !!
शागिर्द हम बन न सके !!
और उस्ताद तूने होने न दिया !!
अच्छा लगता है मुझे उन लोगों से बात करना !!
जो मेरे कुछ भी नहीं लगते !!
पर फिर भी मेरे बहुत कुछ है !!
तू अपनी तलाश में निकल !!
अगर,मगर ,किन्तु !!
परन्तु में करोड़ों लोग जी रहे है यहाँ !!
लोगों का कहना है कि अब मैं बदल सा गया हूँ !!
अब इन्हे क्या बताऊँ अक्सर टूटे हुए पत्ते !!
अपना रंग बदल दिया करते हैं !!
ज़िंदगी ऐसी पाठशाला है !!
जहाँ क्लास बदलती रहती है !!
परन्तु विषय नहीं बदलते !!
चोट पैर की जिस ऊँगली में लगी हो !!
ठोकर भी उसी ऊँगली में लगती है !!
यही जिंदगी है !!
किसी के बुरे वक़्त पर !!
हँसने की गलती मत करना !!
ये वक़्त है जनाब चेहरे याद रखता है !!
घर में चाहे दस कमरे हो !!
लेकिन सबसे ज़्यादा “रोनक !!
उस कमरे में होती हैं !!
जिस कमरे में “माँ” होती हैं !!
ज़िंदगी में डाली से गिरता हुआ !!
पत्ता भी हमे सिखाता है कि !!
अगर तुम बोझ बन जाओगे तो !!
अपने भी तुम्हे गिरा देंगे !!
लोग डूबते हैं तो समंदर को दोष देते हैं !!
मंजिल न मिले तो मुकद्दर को दोष देते हैं !!
खुद तो संभल कर चल नहीं सकते !!
जब ठेस लगती है तो पत्थर को दोष देते हैं !!
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