लिखने तकदीर खुद की हाथों में कलम दिया !!
जीतने दुनिया हाथों में इल्म का अलम दिया !!
उस्ताद बाँटता रहा रौशनी सूरज की तरह !!
डूबते डूबते भी बेशुमार सितारों को जनम दिया !!
हालात पर ज़माने भर के नज़र रखते हैं !!
वक्त की रफ्तार से हमें बाखबर रखते हैं !!
उनकी बातें भटकने नहीं देती मुझे राह से !!
मेरे उस्ताद बातों में अपनी ऐसा असर रखते हैं !!
अक्षर से पहचान कराते !!
जिंदगी की सच्चाई सिखलाते !!
ज्ञान का प्रकाश फैलाते !!
वो ही सच्चे शिक्षक कहलाते !!
शिक्षक दिवस की बधाईयां !!
आपकी ही है इनायत !!
जीवन का सार आपसे जाना !!
हर बात है सुनी आपकी !!
आपको ही हमारा शिक्षक माना !!
शिक्षक दिवस पर शिक्षकों को अभिवादन !!
बुद्धिमान को बुद्धि देती और अज्ञानी को ज्ञान !!
शिक्षा से ही बन सकता हैं मेरा देश महान !!
क्या दूँ गुरु-दक्षिणा !!
मन ही मन मैं सोचूं !!
चुका न पाऊं ऋण मैं तेरा !!
अगर जीवन भी अपना दे दूँ !!
गुमनामी के अंधेरे में था !!
पहचान बना दिया !!
दुनिया के गम से मुझे !!
अनजान बना दिया !!
उनकी ऐसी कृपा हुई !!
गुरु ने मुझे एक अच्छा !!
इंसान बना दिया !!
आपसे ही सीखा आपसे ही जाना !!
आप ही को हमने गुरु हैं माना !!
सीखा हैं सब कुछ आपसे हमने !!
कलम का मतलब आपसे हैं जाना !!
जो बनाए हमें इंसान !!
और दे सही-गलत की पहचान !!
देश के उन निर्माताओं को !!
हम करते हैं शत-शत प्रणाम !!
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !!