देते है शिक्षा शिक्षक हमारे !!
नमन चरणों में गुरू तुम्हारे !!
बिना शिक्षा सुना जीवन है !!
शिक्षित जीवन सदा नवजीवन है !!
मूर्ख को जो ज्ञानी बनाए !!
नैतिकता का पाठ पढ़ाए !!
अच्छे संस्कारों से भर दे झोली !!
वो शिक्षक ही महान कहलाए !!
सब धरती कागज करूँ !!
लेखनी सब बनराय !!
सात समुंदर की मसि करूँ !!
गुरू गुण लिखा न जाय !!
ज्ञान देने वाले गुरू का बंधन है !!
उनके चरणों की धूल भी चंदन है !!
शिक्षा से बड़ा कोई वरदान नहीं है !!
गुरू का आशीर्वाद मिले !!
इससे बड़ा कोई सम्मान नहीं है !!
क्या दूँ गुरु-दक्षिणा !!
मन ही मन मैं सोचूं !!
चुका न पाऊं ऋण मैं तेरा !!
अगर जीवन भी अपना दे दूँ !!
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !!
दिया ज्ञान का भंडार हमें !!
किया भविष्य के लिए तैयार हमें !!
है आभारी उन गुरुओं के हम !!
जो किया कृतज्ञ अपार हमें !!
गुणों की खान होते हैं बड़े विद्वान होते हैं !!
थोड़े से में पिघल जाए, ऐसे इंसान होते हैं !!
तरीका तुमको जीने का सिखाते हैं तुम्हे हरदम !!
गुरु ही ज्ञान की जहां में सच्ची पहचान होते हैं !!
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाये !!
आदर्शों की मिसाल बनकर !!
बाल जीवन संवारता शिक्षक !!
सदाबहार फूल-सा खिलकर !!
महकता और महकाता शिक्षक !!
नित नए प्रेरक आयाम लेकर !!
हर पल भव्य बनता शिक्षक !!
संचित ज्ञान का धन हमें देकर !!
खुशियां खूब मनाता शिक्षक !!
गुरू बिना ज्ञान कहाँ !!
उसके ज्ञान का आदि न अंत यहाँ !!
गुरू ने दी शिक्षा जहाँ !!
उठी शिष्टाचार की मूरत वहाँ !!