दोस्त को इम्प्रेस करने की शायरी
अब तारीफ भी करे !! तो कैसे !!
और किस हक़ से !!
लेकिन सच कहूं तो !!
कुछ शख्स ने काबिले !!
तारीफ़ होते हे जेसे आप !!
“तू Please मेरे सामने !!
ऐसे “मुस्कुराया” न कर !!
डर लगता है , कहीं मुझे !!
तुमसे फिर से “प्यार” न हो जाय !!
आज कल तुम मुस्कुराती बहुत हो !!
मेरे दिल को भाति बहुत हो !!
दिल कहता है ले जाऊं तुम्हें डिनर पे !!
पर सुना है तुम ख़ाति बहुत हो !!
“उन हसीं पालो को याद कर रहे थे !!
आसमान से आपकी “बात” कर रहे थे !!
दिल को “सुकून” मिला !!
जब “हवाओ” ने बताया !!
आप भी हमें “याद” कर रहे थे !!
जरुरी तो नहीं हर बार तारीफ करूँ !!
कोन हर बार नए शब्द लेगा !!
मेरी आँखे पढ़ना तो सीख लो !!
तुमको जवाब मिल जाएगा !!