बहुत देर कर दी तुमने !!
मेरी धड़कनें महसूस करने में !!
वो दिल नीलाम हो गया !!
जिस पर तुम्हारी कभी हुकूमत थी !!
हमें तो जिंदगी से सिर्फ एक ही गिला है !!
क्यों हमें खुशियां न मिल सकी क्यों ये गम मिला है !!
हमने तो उनसे इश्क-ए-वफ़ा की थी !!
क्यों वफ़ा करने के बदले हमें वेबफाई का सिला मिला है !!
हम आँखों से रोये और होठो से मुस्कुरा बैठे !!
हम तो बस यूँ ही उनसे इश्क-ए-वफ़ा निभा बैठे !!
वो हमें अपनी मोहब्बत का एक लम्हा भी न दे सकें !!
और हम उन पर यूँही हर लम्हा लुटा बैठे !!
इन आँखों में कभी हमारे आंसू आये न होते !!
अगर वो पीछे मुड़ कर मुस्कुराये न होते !!
उनके जाने के बाद यही गम रहेगा हमें !!
कि काश वो हमारी जिंदगी में आये न होते !!
किसी से प्यार करना आसान नही होता !!
किसी को पा लेना ही प्यार का नाम नही होता !!
किसी के इंतज़ार में मुद्दते बीत जाती है !!
क्योंकि ये पल दो पल का काम नही होता !!
मोहब्बत भी हाथों में लगी मेहँदी की तरह होती है !!
कितनी भी गहरी क्यों ना हो फीकी पड़ ही जाती है !!
ना मेरा दिल बुरा था ना उसमें कोई बुराई थी !!
सब नसीब का खेल है बस किस्मत में जुदाई थी !!
ऐ इश्क तेरा वकील बन के बुरा किया मैनें !!
यहा हर शायर तेरे खिलाफ सबूत लिए बैठा है !!
तू हजार बार रुठेगी फिर भी तुझे मना लूँगा !!
तुझसे प्यार किया हे कोई गुनाह नही !!
जो तुझसे दूर होकर खुद को सजा दूँगा !!
ऐ-मौत ठहर जा तू ज़रा !!
यार का इंतज़ार है मुझको !!
आएगा वो ज़रूर आज अगर !!
उससे सच्चा प्यार है मुझको !!