नदिया रुक नहीं सकती !!
पहाड़ चल नहीं सकते !!
आप भूल सकते है मगर !!
हम भुला नहीं सकते !!
पल-पल उसका साथ निभाते हम !!
इक इशारे पर दुनिया छोड़ जाते हम !!
समुन्दर के बीच में फरेब दिया उसने !!
कहते तो किनारे पर ही डूब जाते हम !!
कोई नहीं था कोई नहीं होगा !!
तुमसे ज़्यादा मेरे दिल के करीब !!
मिल भी जाते हैं तो कतरा के निकल जाते हैं !!
हैं मौसम की तरह लोग बदल जाते हैं !!
हम अभी तक हैं गिरफ्तार-ए-मोहब्बत यारों !!
ठोकरें खा के सुना था कि संभल जाते हैं !!
दिल को बुझाने का बहाना कोई दरकार तो था !!
दुःख तो ये है तेरे दामन ने हवायें दी हैं !!
इश्क की हमारे बस इतनी सी कहानी है !!
तुम बिछड गए हम बिख़र गए !!
तुम मिले नहीं और !!
हम किसी और के हुए नही !!
प्यार ज़िन्दगी को खूबसूरत बनाने के लिए है !!
पर ज़िन्दगी बस दर्द बढाने के लिए है !!
मेरे अंदर की उदासी काश कोई पढ़ ले !!
ये हँसता हुआ चेहरा तो दुनिया के लिए है !!
अब तो वफ़ा करने से मुकर जाता है दिल !!
अब तो इश्क के नाम से डर जाता है दिल !!
अब किसी दिलासे की जरूरत नही है !!
क्योंकि अब हर दिलासे से भर गया है दिल !!
मंजिल मुश्किल थी पर हम खोए नहीं !!
दर्द था दिल में पर हम रोए नहीं !!
कोई नहीं यहां हमारा जो हमसे पूछे !!
जाग रहे हो किसी के लिए या किसी के लिए सोए नहीं !!
मोहब्बत के भी कुछ अंदाज़ होते हैं !!
जगती आँखों के भी कुछ ख्वाब होते हैं !!
जरुरी नहीं के ग़म में आँसू ही निकले !!
मुस्कुराती आँखों में भी शैलाब होते हैं !!