राजपूत वो हस्ती है जिसकी पसंद सिर्फ मौज मस्ती है !!
राजपूत कभी इतिहास लिखते नहीं बल्कि रोजाना बनाते हैं !!
सुनसान में चीते की गरज काफी है देश में तो हमारा नाम काफी हैं !!
हमें समझने के लिए दिमाग की नहीं दिल की जरूरत हैं !!
हमारे जीने का तरीका थोड़ा अलग है !!
हम उमीद पर नहीं अपनी जिद पर जीते है !!
जब तक हमारे सर पर ऊपर वाले की रहमत रहेगी !!
भगवान कसम हर बन्दे में राजपूत नाम की दहशत रहेगी !! !
मूंछ आ जाने से कोई राजपूत नहीं बन जाता !!
जूती के नीचे थे नीचे ही रहोगे !!
दुनिया में सब कुछ मिल जायेगा पर !!
राजपुताना की शान और संस्कृति कंही ओर नही मिलेगी !!
हम राजस्थानी तो ना सही !!
लेकिन खून राजपुताना है !!
गिरते है शाह सवार ही मैदान-ए -जंग मैं !!
वो तिफ़्ल क्या गिरेंगे जो घुटनो के बल चलें !!
मैं झुक नहीं सकता मैं शौर्य का अखंड भाग हूँ !!
जला दे जो दुश्मन की रूह तक मैं वही राजपूत की औलाद हूँ !!
है लहू जिनका मेरी रगों में तेवर भी उन्हीं का वरदान है !!
शान से जीना सिखाया जिसने महाराणा उनका नाम है !!
न आफत मोल लेना बंदूक की गोली से !!
भूल के भी मत टकराना रजपूती टोली से !!
राजपूत की लाइफ का फंडा अलग है !!
हम उम्मीदों पर नहीं जिद्द से जीते हैं !!
यमराज से जो डरे उसे यमदूत कहा करते है !!
यमराज भी डरे उसे राजपूत कहा करते है !!
राजपूत चलते है तो तूफ़ान मच जाते है !!
जब हम बदलते है तो इतिहास बदल देते हैं !!
राजपूत अपने शत्रु को बेदर्दी से सजा देते है !!
बिना हाथ लगाएं कदमों में गिरा देते हैं !!
दो नाली पिस्तौल खिलौने हमारे नहीं भय थाणे का !!
गर्व से कहता हूँ कुंवर हूँ राजपूत घराने का !!
सानपत्ती तो ओछे लोग दिखाते है मैं तो !!
छोरा राजपूत का हूँ सीधा गदर मचाता हूँ !!
जो रजपूत ने पहन लिया समझों !!
जमाने में फैशन बन गया !!
बेटा हम राजपूत है और आगे भी रहेगे हर जगह बस !!
अपने ही चर्चे और हर जगह सिर्फ अपनी हुकुमत ही चलेगी !!
Rajput Shayari in Hindi
राजपूती का नशा गरीब पर लगे कर्ज की तरह है !!
तो उतरने की बजाय बढ़ता ही जाता हैं !!
राजपूत को देख कर पोलिस भी मारे कलटी !!
वो लड़की ही क्या जो राजपूत को देख कर न पलटी !!
किसी ने इंटरनेट पर SEARCH किया राजपूत को काबू में कैसे करे !!
इंटरनेट का जवाब आया हैसियत देखकर !!
अकेले में लायन से और रास्ते में राजपूत से बचकर रहना चाहिए !!
क्योंकि लायन सिर्फ फाड़ते और राजपूत जिन्दा गाड़ते हैं !!
बनने के लिए सिर्फ कौन हीरो बनता हैं !!
भाई कौम ही ऐसी है राजपूत बब्बर शेरो वाली !!
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दुनिया राजपूत के लड़कों को दुश्मन-ए-जहाँ कहती हैं !!
क्योंकि इस वतन की माटी को हम अपनी माँ कहते हैं !!
बगुले की नज़र और राजपूत का मूड !!
कब चेंज हो जाये पता नही चलता !!
पहनकर अपनी बहादुरी का TAZ !!
राजपूत करेगे इस गाँव पर राज !!
उजले को अंग्रेजी में कहते है WHITE !!
राजपूत के छोरे के सामने सबकी हो जा हवा टाइट !!
देख पगली जमीन की कीमत और !!
राजपूत की हिम्मत कभी कम नहीं होती !!
ना होवे राजपूत की होड !!
चाहे कर लेना खर्च करोड !!
राजपूत बन्ना को क्या डराएगा मौत का कहर !!
राजपूताना में बच्चों में जन्मने के बाद हथियार चलाना सिखाते हैं !!
एक बात की गाँठ बाँध लो जितनी गहरी !!
राजपूत की दोस्ती होती है उतनी दुश्मनी भी !!
हथियारों के जखीरे तो वे जमा करते है !!
जिन्हें मौत का खौफ हो !! हमारी जान तो !!
दूसरों के लिए खौफ बनी हुई हैं !!
रोज स्टाइल के चक्कर में क्या क्या कर जाते है !!
राजपूत हूँ मूंछ का एक ताव ही सब पर भारी है !!
राजपूत शायरी
मजबूर मत कर राजपूत हूँ मुड के भी देखा !!
तो लाल पीला नीला एक साथ ही हो जावेगा !!
मुबारक हो तुझे तेरी जवानी और इश्क हमारे तेवर ही काफी है !!
हमसे इश्क मागोगे तो जी जान हाजिर है !!
मगर धोखा दिया तो जान ले लेंगे !!
हमारी कौम कुछ ख़ास है तभी तो लोग हमें !!
देखते ही एक शब्द कहते है अरे बन्ना आप !!
कोई कितनी भी Try करले ham सा बनने की !!
टाइगर पैदा होते हैं बनाए नही जाते राजपूत !!
बीतता है तो बीत जाये सारा जीवन सघर्ष मे कदम कदम पर !!
समझौता हमारे बस की_बात नही !!
जिसने भी राजपूत को चैलेन्ज किया !!
आज वो कब्र में लेटे मिलेगे !!
माचिस तो यूँ ही बदनाम हैं यारों !!
लोग हमारी मूंछों से ही जल जाते हैं !!
राजपूत जहाँ चलते है वहां राह बन जाती है !!
तथा जहाँ पहुँचते है वो मंजिल बन जाती हैं !!
वैसे ही पैसे की कीमत में बीका नहीं करते !!
राजपूत का छोरा है कागज पर छपा अखबार नहीं !!
बेटा हूँ मैया भवानी का हम पर किसीका का जोर नहीं !!
फोड़ दूंगा वो आँख जो उठे मेरे राजपूताना की और !!
राजपूताना से हूँ किसी को मारने के लिए !!
हथियार नहीं चाहिए नाम ही काफी हैं !!
खिलाड़ी होगा तू बड़े खेलों का मैं राजपूत हूँ !!
खेलता हूँ तो बाजी पलट जाती हैं !!
जितने का तुम नशा करते हो उतना !!
तो हम गिलाश में छोड़ आते है !!
दुनिया आई राजनीति के गुर सीखने हमने भी कह दिया !!
नीति पर चलो राज करना हम यूँ ही सीखा देंगे !!
Rajput Shayari
ज़ाल बिछाक़र किसी को घेरना नही आता !!
हम राज़पूत हैं किसी को डूब़ाकर हमे तैंरना नही आता !!
एक़ राज़पूत अन्त तक राज़पूत रहता हैं !!
सम्मान से भी और जुबान से भी !!
हम राज़पूत हैं मुंछ पर ताव !!
और दुश्मन को घाव़ दिया क़रते हैं !!
रुक़ते वो हैं ज़िनके पैरो में ज़ान नही !!
वो राज़पूत नही जिसके ख़ून मे उबाल नही !!
दोस्तो से दोस्ती और दुश्मनो से दुश्मनीं !!
बडी शिद्दत से निभातें हैं हम !!
बन्दिशों मे रहना मेरी फ़ितरत मे नही !!
क्योकि हम बहतें हुए पानी कों भीं रोक़ देते है !!
गुन्डागर्दीं और नेताग़िरी हर कोई क़र सकता हैं !!
बन्नागीरी का ठेक़ा तो हम राजपूतों के पास हैं !!
पगा लेंना गोली क़ी रफ़्तार सें !!
पर कभीं मत टक़राना राज़पूत की तलवार सें !!
हम तों अपने दुश्मनो को भी चाहतें हैं !!
क्योकि उन्हीं के कारण तों Publicity पाते है !!
सालें धूल उडा नही सकतें !!
और हमे उडाने की बात क़रते है !!
वीरो की दहाड होगी राज़पूतो की ललक़ार होगी !!
आ रहा हैं वक़्त ज़ब फ़िर क्षत्रियो की भरमार होगीं !!
अपना Attitude उस Revolver क़ी तरह हैं !!
जिसे देख़ते ही लोगो की फ़ट जाती हैं !!
राज़पूत हू राज़पूती शान रख़ता हू और !!
दुश्मनो के लिए म्यान मे तलवार रख़ता हू !!
देख़ पग़ली Iphone क़ा Cover !!
और हमारा तेंवर झेंलने की तेरी औंकात नही !!
तेरी अकड मेरें पैंर की धुल !!
हम राज़पूत है बेटा यें मत भुल !!
Rajput shayari
ज़ब तक हमारें सर् पर उपर वालें की रहमत रहेंगी !!
भग्वान क़सम हर बन्दें मे राज़पूत नाम क़ी दहशत रहेंगी !!
ज़िस शहर मे तुम्हे मक़ान क़म और शमशान ज्यादा मिले !!
समझ़ लेना वहा क़िसी ने राज़पूत से आंख मिलानें की ज़ुर्रत की हैं !!
पापा का लाडला करता था मनमानी !!
फिर क्यों तूने की जिंदगी से बेईमानी !!
पानी अपनी मर्यादा तोड़े तो समझो विनाश !!
और राजपूत अपनी मर्यादा तोड़े तो समझो सर्वनाश !!
कहानियां तो छोटे मोटे राजा लोगों की लिखी जाती है !!
हम तो राजपूत है हमारा तो इतिहास लिखा जाता है !!
सुन पगली अगर मुझे A- FOR ATTITUDE दिखायेगी !!
तो सीधा B-FOR BLACK LIST में जाएगी राजपूत NO 1 BRANDS !!
हमारे जीने का तरीका थोड़ा अलग है !!
हम उमीद पर नहीं अपनी जिद पर जीते है !!
ये आवाज नही राजपूत कि दहाड़ है !!
अकेले भी खडे सामने हो जाये तो पहाड़ है !!
तमाम उम्र जो हमसे बेरुखी की सबने !!
कफ़न में हम भी अजीज़ों से मुँह छुपा के चले !!
हम मरेंगे भी उस अंदाज से !!
जिस अंदाज में लोग जीने को भी तरसते हैं !!
यूँ तो हादसों में गुजरी है हमारी ज़िन्दगी !!
हादसा ये भी कम नहीं कि हमें मौत न मिली !!
हाथों की लकीरों ने किस्मत को खोला !!
वक्त की जंजीरों ने जिंदगी को तोला !!
दो नाली पिस्तौल खिलौने हमारे नहीं भय थाणे का !!
गर्व से कहता हूँ कुंवर हूँ राजपूत घराने का !!
सानपत्ती तो ओछे लोग दिखाते है मैं तो !!
छोरा राजपूत का हूँ सीधा गदर मचाता हूँ !!
जो रजपूत ने पहन लिया समझों !!
जमाने में फैशन बन गया !!
Rajput attitude shayari
बेटा हम राजपूत है और आगे भी रहेगे हर जगह बस !!
अपने ही चर्चे और हर जगह सिर्फ अपनी हुकुमत ही चलेगी !!
राजपूती का नशा गरीब पर लगे कर्ज की तरह है !!
तो उतरने की बजाय बढ़ता ही जाता हैं !!
न आफत मोल लेना बंदूक की गोली से !!
भूल के भी मत टकराना रजपूती टोली से !!
राजपूत की लाइफ का फंडा अलग है !!
हम उम्मीदों पर नहीं जिद्द से जीते हैं !!
यमराज से जो डरे उसे यमदूत कहा करते है !!
यमराज भी डरे उसे राजपूत कहा करते है !!
राजपूत चलते है तो तूफ़ान मच जाते है !!
जब हम बदलते है तो इतिहास बदल देते हैं !!
राजपूत अपने शत्रु को बेदर्दी से सजा देते है !!
बिना हाथ लगाएं कदमों में गिरा देते हैं !!
राजपूत को देख कर पोलिस भी मारे कलटी !!
वो लड़की ही क्या जो राजपूत को देख कर न पलटी !!
किसी ने इंटरनेट पर SEARCH किया राजपूत को काबू में कैसे करे !!
इंटरनेट का जवाब आया हैसियत देखकर !!
अकेले में लायन से और रास्ते में राजपूत से बचकर रहना चाहिए !!
क्योंकि लायन सिर्फ फाड़ते और राजपूत जिन्दा गाड़ते हैं !!
बनने के लिए सिर्फ कौन हीरो बनता हैं !!
भाई कौम ही ऐसी है राजपूत बब्बर शेरो वाली !!
दुनिया राजपूत के लड़कों को दुश्मन-ए-जहाँ कहती हैं !!
क्योंकि इस वतन की माटी को हम अपनी माँ कहते हैं !!
पहनकर अपनी बहादुरी का TAZ !!
राजपूत करेगे इस गाँव पर राज !!
उजले को अंग्रेजी में कहते है WHITE !!
राजपूत के छोरे के सामने सबकी हो जा हवा टाइट !!
Rajput shayari attitude
देख पगली जमीन की कीमत और !!
राजपूत की हिम्मत कभी कम नहीं होती !!
ना होवे राजपूत की होड !!
चाहे कर लेना खर्च करोड !!
रोज स्टाइल के चक्कर में क्या क्या कर जाते है !!
राजपूत हूँ मूंछ का एक ताव ही सब पर भारी है !!
मजबूर मत कर राजपूत हूँ मुड के भी देखा !!
तो लाल पीला नीला एक साथ ही हो जावेगा !!
हमसे इश्क मागोगे तो जी जान हाजिर है !!
मगर धोखा दिया तो जान ले लेंगे !!
हमारी कौम कुछ ख़ास है तभी तो लोग हमें !!
देखते ही एक शब्द कहते है अरे बन्ना आप !!
कोई कितनी भी Try करले ham सा बनने की !!
टाइगर पैदा होते हैं बनाए नही जाते राजपूत !!
बीतता है तो बीत जाये सारा जीवन सघर्ष मे कदम कदम पर !!
समझौता हमारे बस की_बात नही !!
जिसने भी राजपूत को चैलेन्ज किया !!
आज वो कब्र में लेटे मिलेगे !!
माचिस तो यूँ ही बदनाम हैं यारों !!
लोग हमारी मूंछों से ही जल जाते हैं !!
राजपूत जहाँ चलते है वहां राह बन जाती है !!
तथा जहाँ पहुँचते है वो मंजिल बन जाती हैं !!
वैसे ही पैसे की कीमत में बीका नहीं करते !!
राजपूत का छोरा है कागज पर छपा अखबार नहीं !!
बेटा हूँ मैया भवानी का हम पर किसीका का जोर नहीं !!
फोड़ दूंगा वो आँख जो उठे मेरे राजपूताना की और !!
राजपूताना से हूँ किसी को मारने के लिए !!
हथियार नहीं चाहिए नाम ही काफी हैं !!
खिलाड़ी होगा तू बड़े खेलों का मैं राजपूत हूँ !!
खेलता हूँ तो बाजी पलट जाती हैं !!
Rajput attitude shayari in hindi
जितने का तुम नशा करते हो उतना !!
तो हम गिलाश में छोड़ आते है !!
गुन्डागर्दीं और नेताग़िरी हर कोई क़र सकता हैं !!
बन्नागीरी का ठेक़ा तो हम राजपूतों के पास हैं !!
पगा लेंना गोली क़ी रफ़्तार सें !!
पर कभीं मत टक़राना राज़पूत की तलवार सें !!
हम तों अपने दुश्मनो को भी चाहतें हैं !!
क्योकि उन्हीं के कारण तों Publicity पाते है !!
सालें धूल उडा नही सकतें !!
और हमे उडाने की बात क़रते है !!
वीरो की दहाड होगी राज़पूतो की ललक़ार होगी !!
आ रहा हैं वक़्त ज़ब फ़िर क्षत्रियो की भरमार होगीं !!
अपना Attitude उस Revolver क़ी तरह हैं !!
जिसे देख़ते ही लोगो की फ़ट जाती हैं !!
राज़पूत हू राज़पूती शान रख़ता हू और !!
दुश्मनो के लिए म्यान मे तलवार रख़ता हू !!
देख़ पग़ली Iphone क़ा Cover !!
और हमारा तेंवर झेंलने की तेरी औंकात नही !!
तेरी अकड मेरें पैंर की धुल !!
हम राज़पूत है बेटा यें मत भुल !!
ज़ब तक हमारें सर् पर उपर वालें की रहमत रहेंगी !!
भग्वान क़सम हर बन्दें मे राज़पूत नाम क़ी दहशत रहेंगी !!
दुनिया आई राजनीति के गुर सीखने हमने भी कह दिया !!
नीति पर चलो राज करना हम यूँ ही सीखा देंगे !!
ज़ाल बिछाक़र किसी को घेरना नही आता !!
हम राज़पूत हैं किसी को डूब़ाकर हमे तैंरना नही आता !!
एक़ राज़पूत अन्त तक राज़पूत रहता हैं !!
सम्मान से भी और जुबान से भी !!
हम राज़पूत हैं मुंछ पर ताव !!
और दुश्मन को घाव़ दिया क़रते हैं !!
Rajput baisa shayari
रुक़ते वो हैं ज़िनके पैरो में ज़ान नही !!
वो राज़पूत नही जिसके ख़ून मे उबाल नही !!
दोस्तो से दोस्ती और दुश्मनो से दुश्मनीं !!
बडी शिद्दत से निभातें हैं हम !!
बन्दिशों मे रहना मेरी फ़ितरत मे नही !!
क्योकि हम बहतें हुए पानी कों भीं रोक़ देते है !!
ज़िस शहर मे तुम्हे मक़ान क़म और शमशान ज्यादा मिले !!
समझ़ लेना वहा क़िसी ने राज़पूत से आंख मिलानें की ज़ुर्रत की हैं !!
पापा का लाडला करता था मनमानी !!
फिर क्यों तूने की जिंदगी से बेईमानी !!
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राजपूत बन्ना को क्या डराएगा मौत का कहर !!
राजपूताना में बच्चों में जन्मने के बाद हथियार चलाना सिखाते हैं !!
एक बात की गाँठ बाँध लो जितनी गहरी !!
राजपूत की दोस्ती होती है उतनी दुश्मनी भी !!
बगुले की नज़र और राजपूत का मूड !!
कब चेंज हो जाये पता नही चलता !!
वो तो कुछ अंग्रेजो कि औलादो ने शुरु किया हाय हैलो !!
वरना हम राजपूत तो बस !!
जय भवानी से पुरा भारत कवर कर देते हैं !!
रण में जीना रण में मरना यही राजपूताना का धर्म है !!
तलवार हाथ में बंदुक काख में !!
सिर पे केसरिया साफा यही राजपूताना की शान है !!
बाप के सामने अयाशी और !!
राजपूत के सामने बदमाशी !!
बेटा भूल कर भी मत करिओ !!
हम पैदा ही उस कुल में हुए है !!
जिनका ना तो खून कमजोर है !!
और ना ही दिल !!
रहे हाथ ढाल तलवार और मज़बूती !!
तू धर दे माँ चामुंडा राजपूतों में मज़बूती !!
क्षत्रियो एक बनो नेक बनो जय राजपूताना !!
दुनिया को राजपूतों से बहुत गिले है !!
क्यूंकि उन्हें राजपूतों से सिर्फ दर्द और जख्म ही मिले हैं !!
लेकिन राजपूत भी क्या करते उन्हें तो हथियार विरासत में मिले है !!
जिंदगी की असली उड़ान अभी बाकि है !!
अपने इरादों का इम्तिहान अभी बाकि है !!
नापी है मूठी भर जमीन अभी तो सारा आसमान बाकी है !!
Royal rajput shayari,
जो तुम कहते हो वो नादानी है !!
हमसे नज़रें मिलाने की कोशिश न कर !!
हमारी अकड़ खानदानी है !!
सिक्का हर किसी का भी चल सकता हैं !!
मगर उसे चलाने का दम भी होना चाहिए !!
जय राजपूताना जय भवानी देशी राजपूत !!
राजपूत वो कौम है !!
मजाक तो दूर गोली पहले चलाते है !!
नाम बाद में पूछते है किलर राजपूत !!
इतने भी परी नही हो pagli तुम !!
बस इस राजपूत !!
की चाहत ने तुम्हे सिर पर चढा रखा है !!
औकात की बात मत कर भाई !!
जहाँ तेरी खत्म होती है !!
वाही से हमारी शुरू हो जाती हैं !!
हाँ तू चाँद सी होगी लोग तुझे देखने व्याकुल होंगे !!
मगर हम तो सूरज है जिनके ताप से !!
लोग नजरें झुका कर चलते हैं !!
सिक्का हर किसी का भी चल सकता हैं !!
मगर उसे चलाने का दम भी होना चाहिए !!
जय राजपूताना जय भवानी देशी राजपूत !!
कोई अपने आप को बादशाह समझता है !!
तो कोई एक्का अरे जाकर बोल दो !!
उस बादशाह और एक्के से राजपूत की एंट्री हो चुकी है !!
राजपूत वो कौम है !!
मजाक तो दूर गोली पहले चलाते है !!
नाम बाद में पूछते है किलर राजपूत !!
इतने भी परी नही हो pagli तुम !!
बस इस राजपूत !!
की चाहत ने तुम्हे सिर पर चढा रखा है !!
हथियारों के जखीरे तो वे जमा करते है !!
जिन्हें मौत का खौफ हो !! हमारी जान तो !!
दूसरों के लिए खौफ बनी हुई हैं !!
औकात की बात मत कर भाई !!
जहाँ तेरी खत्म होती है !!
वाही से हमारी शुरू हो जाती हैं !!
हाँ तू चाँद सी होगी लोग तुझे देखने व्याकुल होंगे !!
मगर हम तो सूरज है जिनके ताप से !!
लोग नजरें झुका कर चलते हैं !!
शेर का मुखौटा लगाकर कोई शेर यहीं बनता !!
भाला उठाकर कोई राणा प्रताप नहीं बनता !!
रणभूमि में पता चलता है योद्धाओं का !!
मूछों की मरोड़ी लगाने से कोई राजपूत नहीं बनता !!
जब आँख खुले तो धरती राजपुताना की हो !!
जब आँख बंद हो तो यादे राजपुताना की हो !!
मैं मर भी जाऊ तो कोई गम नहीं !!
लेकिन मरते वक्त मिटटीराजपुताना की हो !!
Rajput shayari love,
रखते हैं मूछों को ताव देकर !!
यारी निभाते हैं जान देकर !!
ख़ौफ़ खाती है दुनिया हमसे !!
क्योंकि हम जीते हैं शेरों की दहाड़ लेकर !!
कतरा कतरा चाहे बह जाये लहू बदन का !!
कर्ज उतर दूंगा ये वादा आज मैं कर आया !!
हँसते हँसते खेल जाऊंगा प्राण रणभूमि में !!
ये केसरिया वस्त्र मैं आज धारण कर आया !!
दुश्मनों मे ना अब हाहाकार रही !!
गद्दारो से मातृभूमि चीत्कार रही !!
हे कहाँ खो गये !!
आज फिर धरती तुम्हे पुकार रही !!
कोशिश तो सब करते है !!
लेकिन सबको हासिल ताज़ नहीं होता !!
शोहरत तो कोई भी कमा ले !!
लेकिन राजपूतों वाला अंदाज़ नहीं होता !!
जब हम सिंहासन पर बैठते हैं तो राजा कहलाते है !!
जब हम घोङे पर सवार होते तो योध्दा कहलाते है !!
जब हम किसी की जान बचाते है तोश्रत्रिय कहलाते है !!
जब हम किसी को वचन देते है तो राजपुत कहलाते है !!
ना दौलत पे नाज़ करते है !!
ना शोहरत पे नाज़ करते है !!
किया है भगवान ने राजपूतो के घर पैदा !!
इसलिए अपनी किस्मत पे नाज़ करते है !!
खून अभी वो ही है ना ही शोक बदले !!
ना ही जूनून सून लो फिर से रियासते !!
गयी है रूतबा नही रौब ओर खोफ आज !!
भी वही हें !!
शेर कभी छुप कर वार नहीं करते !!
बुज़दिल कभी खुल कर वार नहीं करतेअरे !!
हम तो योद्धा है राजपूत कौम के हम मर कर भी !!
हार स्वीकार नहीं करते !!
प्यासी तलवारों को योद्धा रक्त पिलाने बैठे हैं !!
मेरे राजपूत शेर शिकार करने के लिए बैठे हैं !!
दुखों का पहाड़ झुकाने सूरमा आज गंभीर बैठे हैं !!
मेरे वीर राजपूत इतिहास लिखने के लिए बैठे हैं !!
बन के राजपूत लिया है जन्म !!
बलिदान का सिलसिला रुकने ना दूंगा !!
माँ भवानी की कृपा है मुझ पर !!
अपने पुरखों का गर्वमस्तक झुकने ना दूंगा !!
ना दौलत पे नाज़ करते है !!
ना शोहरत पे नाज़ करते है !!
किया है भगवान ने राजपूतों के घर पैदा !!
इसलिए अपनी किस्मत पे नाज़ करते है !!
हमने दुश्मनी भी उतनी शिदत से निभाई है !!
निभाया है दोस्ती का रिश्ता हमने जितने प्यार से !!
रिश्ते दोनों ही खून है !!
एक में खून लिया जाता है !!
और एक में खून दिया जाता है !!
बिना बात के तोह कोई भी हिथयार उठा सकता है !!
किसी की जान लेना तो कायरों का काम होता है !!
और किसी चीज़ के लिए जान देना !!
राजपूत और राजाओं का काम होता है !!
एक अलग सी पहचान बनाने की आदत है हमें !!
ज़ख्म हो जितना गहरा उतना मुस्कुराने की आदत है हमें !!
सब कुछ लूटा देते हैं दोस्ती मे !!
क्युंकि दोस्ती निभाने की आदत है हमें !!
झुक कर बात करने की आदत बना !!
लो दुनिया वालों काफी फायदे में रहोगे !!
क्यूंकि आज भी राजपूत से आँख मिला कर बात करने में नहीं !!
कटता है तो कट जाये सारा जीवन संघर्ष में !!
कदम कदम पर समझौता हमारे बस की बात नही !!
Attitude rajput shayari,
ज़िंदगी तो राजपूत जिया करते है !!
दिगजो को पछाड़ दिया करते है !!
कौन रखता है किसी के सिर पर ताज !!
राजपूत तो अपना राजतिलक खुद किया करते हैं !!
अन्य के लिए जो रक्त बहाये !!
मातृभूमि का जो देशभक्त कहलाये !!
गर्जन से शत्रु का तख़्त हिलाये !!
असुरो से पृथ्वी को विरक्त कराये !!
वही असली राजपूत कहलाये !!
राजपूत की आन-बाण-शान का प्रतीक है तलवार !!
जीने का नया ढंग नया अंदाज सिखाती है ये तलवार !!
सुंदर सजी हुई शानदार म्यान के अंदर रहकर भी !!
वीरों के संग अर्धांगिनी सी विराजती है तलवार !!
अरे पगली इन आंखो मेँ !!
नशा राजपूताने का भरा है प्यार का नहीँ !!
इन हाथोँ मेँ तलवार उठेगी गुलाब के फूल नही !!
और ये हमारा क्षत्रिय राजपूताना है कोई सिनेमा हॉल नहीँ !!
यहाँ युद्ध और विजय की ही बाते होती है प्यार की नहीँ !!
ज़ुल्म की पहचान मिटा के रख दें राजपूत !!
चाहे तो कोहराम मचा के रख दें राजपूत !!
अभी सूखे पत्तो की तरह बिखरे है हम राजपूत !!
अगर हो जाये एक तो दुनिया हिला के रख दें राजपूत !!
मर सकता हूँ मगर झुकना नहीं है मंज़ूर मुझे !!
हाँ मैं क्षत्रिय हूँ इस बात का है ग़ुरूर मुझे !!
दंभ है पश्चिम तुझे चुटकी में तोड़ देंगे हम !!
हुंकार भर जो उठ गए घमंड तेरा चूर है !!
सांसों में मेरी संस्कृति है वेद बहते ख़ून में !!
पुराण-शास्त्र-उपनिषद चेहरे का मेरे नूर है !!
शाम को शराब पीने का क्या फ़ायदा है !!
शाम को पी सुबह उतर जायेगी !!
दो बूँद हमारे राजपुताना की महफ़िल में पी लो यारों !!
सारी जिंदगी नशे में गुज़र जायेगी !!
शीश कटे पर झुके नहीं !!
आगे बढ़े पर रुके नहीं !!
लड़े आंधी और तूफानों में !!
आत्म गौरव है राजपूतानो में !!
रोको चाहे हमको हम बाज़ आएंगे !!
राजपूत है हम बस राज करते जायेंगे !!
लिखेगी दुनिया सारी हमारा फ़साना !!
याद रखेगा जिसे पूरा जमाना !!
राजपूत बदलते है तो राज बदल जाया करते है !!
सारे मज़र सारे अजाम बदल जाया करते है !!
कौन कहता है राजपूत फिर से जन्म नही लेते !!
जन्म तो लेते है मगर नाम बदल जाते हैं !!
वक्त बदल चूका है मगर राजपूती खून वही हैं !!
कटार पुरानी हो गयी मगर धार वही है !!
होंगे अधिक हमसे धन सम्पन्न आप !!
मगर ठाठ तो हमारे आज भी वो ही हैं !!
बात ज़ब अपनें स्वाभिमान क़ी हो !!
और राज़पूताना के सम्मान क़ी हो !!
तो फ़िर पीछें हटते नहीं हम !!
चाहें बाज़ी फ़िर अपनी ज़ान की हों !!
सबका प्यारा था तेरी माँ का आखों का तारा था !!
सब तारों में से चमकता एक तू ही न्यारा था !!
मंदिरों के दर पर जाकर मांगी थी तेरे लिए दुवा !!
एक बहन की ख़ुशी का तू ही तो सहारा था !!
क्यों अकेलेपन को अपना रहे थे !!
अपनों से दूर जा रहे थे !!
कुछ तो कहां होता वक्त से पहले !!
मौत को गले लगा रहे थे !!
एक दिन हम भी कफ़न ओढ़ जायेंगे !!
सब रिश्ता इस जमीन के तोड़ जायेंगे जैसे !!
जी चाहे सता लो मुझको !!
एक दिन रोता हुआ सबको छोड़ जायेंगे !!
Sushant singh rajput shayari
वादे तो हजारों किये थे उसने मुझसे !!
काश एक वादा ही उसने निभाया होता !!
मौत का किसको पता कि कब आएगी !!
पर काश उसने ज़िन्दा जलाया न होता !!
आजमाया तो बहुत गया था !!
पर कभी अपनाया नहीं गया !!
हजारों में मुझे सिर्फ एक वह शक्स चाहिए !!
जो मेरी गैर मौजूदगी में मेरी बुराई ना सुन सके !!
जब मन हुआ इस कातिल दुनिया पे राज करने !!
का तो ना गोली चलेगी ना तलवार हमारी !!
जूत्ती के निशान देखकर लोग कहेंगे ये !!
राजपूताना का साम्राज्य हैं !!
अपनी ताकत पर घमंड और कमजोरी !!
पर पर्दा डालना औरो का काम है !!
भीड़ में भी अकेले खड़े रहे वो !!
सिर्फ ठाकुर शेरों का काम है !!
रखते हैं मूछों को ताव देकर !!
यारी निभाते हैं जान देकर !!
ख़ौफ़ खाती है दुनिया हमसे !!
क्योंकि हम जीते हैं शेरों की दहाड़ लेकर !!
अरे पगली इन आंखो मेँ !!
नशा राजपूताने का भरा है प्यार का नहीँ !!
इन हाथोँ मेँ तलवार उठेगी गुलाब के फूल नही !!
और ये हमारा क्षत्रिय राजपूताना है कोई सिनेमा हॉल नहीँ !!
यहाँ युद्ध और विजय की ही बाते होती है प्यार की नहीँ !!
ज़ुल्म की पहचान मिटा के रख दें राजपूत !!
चाहे तो कोहराम मचा के रख दें राजपूत !!
अभी सूखे पत्तो की तरह बिखरे है हम राजपूत !!
अगर हो जाये एक तो दुनिया हिला के रख दें राजपूत !!
मर सकता हूँ मगर झुकना नहीं है मंज़ूर मुझे !!
हाँ मैं क्षत्रिय हूँ इस बात का है ग़ुरूर मुझे !!
दंभ है पश्चिम तुझे चुटकी में तोड़ देंगे हम !!
हुंकार भर जो उठ गए घमंड तेरा चूर है !!
सांसों में मेरी संस्कृति है वेद बहते ख़ून में !!
पुराण-शास्त्र-उपनिषद चेहरे का मेरे नूर है !!
शाम को शराब पीने का क्या फ़ायदा है !!
शाम को पी सुबह उतर जायेगी !!
दो बूँद हमारे राजपुताना की महफ़िल में पी लो यारों !!
सारी जिंदगी नशे में गुज़र जायेगी !!
शीश कटे पर झुके नहीं !!
आगे बढ़े पर रुके नहीं !!
लड़े आंधी और तूफानों में !!
आत्म गौरव है राजपूतानो में !!
रोको चाहे हमको हम बाज़ आएंगे !!
राजपूत है हम बस राज करते जायेंगे !!
लिखेगी दुनिया सारी हमारा फ़साना !!
याद रखेगा जिसे पूरा जमाना !!
राजपूत बदलते है तो राज बदल जाया करते है !!
सारे मज़र सारे अजाम बदल जाया करते है !!
कौन कहता है राजपूत फिर से जन्म नही लेते !!
जन्म तो लेते है मगर नाम बदल जाते हैं !!
वक्त बदल चूका है मगर राजपूती खून वही हैं !!
कटार पुरानी हो गयी मगर धार वही है !!
होंगे अधिक हमसे धन सम्पन्न आप !!
मगर ठाठ तो हमारे आज भी वो ही हैं !!
Rajput talwar shayari
बात ज़ब अपनें स्वाभिमान क़ी हो !!
और राज़पूताना के सम्मान क़ी हो !!
तो फ़िर पीछें हटते नहीं हम !!
चाहें बाज़ी फ़िर अपनी ज़ान की हों !!
सबका प्यारा था तेरी माँ का आखों का तारा था !!
सब तारों में से चमकता एक तू ही न्यारा था !!
मंदिरों के दर पर जाकर मांगी थी तेरे लिए दुवा !!
एक बहन की ख़ुशी का तू ही तो सहारा था !!
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दो दो मेला नित भरे पूजे दो दो थोर !!
सर कटियो जिण थोर पर !!
धड जुझ्यो जिण थोर !!
मतलब एक राजपूत की समाधी !!
पे दो दो जगह मेले लगते है !!
पहला जहाँ उसका सर कटा था !!
और दूसरा जहाँ उसका धड लड़ते हुए गिरा था !!
जंग खाई तलवार से युद्ध नहीं लड़े जाते !!
लंगड़े घोड़े पर दांव नहीं लगाये जाते !!
यूं तो लाखों वीर होते है !!
पर सब महाराणा प्रताप नहीं होते !!
खूबसूरत हर लड़की होती है !!
पर सब रानी पदमनी नहीं होती !!
धरती पर पूत तो सभी होते है !!
पर सब राजपूत नहीं होते !!