लोग गुलाब देकर मोहब्बत जताते हैं !!
और हमारे सैनिक अपनी जान देकर देश का कर्ज अदा करते हैं !!
जो देश के लिए शहीद हुए उनको मेरा सलाम है !!
अपने खून से जिस जमीं को सींचा उन बहादुरों को सलाम है !!
ऐसी भारत मां के बेटे मान गंवाना क्या जाने !!
मेरे देश के लाल हठीले शीश झुकाना क्या जाने !!
जल्दी वापस घर आ जाओ याद बहुत ही आती है !!
कहाँ गए हो लाल मेरे तुम माँ आवाज लगती है !!
उस धरती के अमर सिपाही पीठ दिखाना क्या जाने !!
मेरे देश के लाल हठीले शीश झुकाना क्या जाने !!
ऐसी भारत मां के बेटे मान गंवाना क्या जाने !!
मेरे देश के लाल हठीले शीश झुकाना क्या जाने !!
शहादत के किस्से इंकलाब की कहानी !!
पन्नो में सिमट कर ना रह जाए वीर जवानों की कुर्बानी !!
पुलवामा के वीरों ने जो जान देश पे वारी है !!
दुश्मन की औकात नही ये अपनो की गद्दारी है !!
वतन पर मोहब्बत इस कदर लुटा गये !!
मोहब्बत के दिन वतन पर जान गंवा गये !!
सिर झुके बस उस शहादत में !!
जो शहीद हुए हमारी हिफाजत में !!
जिक्र अगर हीरो का होगा !!
तो नाम भारत के वीरो का होगा !!
सैकड़ो परिंदे आसमान पर आज नजर आने लगे !!
बलदानियों ने दिखाई है राह उन्हें आजादी से उड़ने की !!
माँ तेरा वैभव अम्र रहे !!
हम दिन चार रहे ना रहे !!
कट गये सर हमारे तो कुछ गम नही !!
सर हिमालय का हमने झुकने ना दिया !!
पर्स में परिवार और दिल में देश रखते है !!
फौजी देश के लिए हर तरह का कष्ट सहते है !!
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कुर्बान हुए जो उनकी कुर्बानी याद करो !!
उनको सब मिलकर धन्यवाद करो !!
मोदी जी कुछ बात सुनो अब आरपार हो जाने दो !!
सेना को आदेश थमा दो पाक साफ़ हो जाने दो !!
ऐसी भारत मां के बेटे मान गंवाना क्या जाने !!
मेरे देश के लाल हठीले शीश झुकाना क्या जाने !!
जो देश के लिए शहीद हुए उनको मेरा सलाम है !!
अपने खूं से जिस जमीं को सींचा उन बहादुरों को सलाम है !!
यदि हाल मेरी बहना पूछे तो उसे सूनी कलाई दिखा देना !!
इतने पर भी न समझे तो राखी तोड़ दिखा देना !!
उस धरती के अमर सिपाही पीठ दिखाना क्या जाने !!
मेरे देश के लाल हठीले शीश झुकाना क्या जाने !!
दरिंदो ने 14 फरवरी को दर्द भरा इतिहास बना दिया !!
चहचाते परिवार को मिनटों में राख बना दिया !!
सर झुके बस उस शहादत में !!
जो शहीद हुए हमारी हिफाजत में !!
शहादत के किस्से इंकलाब की कहानी !!
पन्नो में सिमट कर ना रह जाए वीर जवानों की कुर्बानी !!
जो देश के लिए शहीद हुए उनको मेरा सलाम है !!
अपने खूं से जिस जमीं को सींचा उन बहादुरों को सलाम है !!
मरने के बाद भी जिसके नाम में जान है !!
ऐसे जाबांज फौजी हमारे भारत की शान है !!
जिस मिट्टी में बचपन खिला वहि देश के लिए मरते हैं !!
दुश्मनो से लडकर भि इस देश कि सेवा करते हैं !!
आँख में उसके आँख मिला के !!
भीड़ जाने वाला होता है सैनिक !!
शहीदों के खून का अंजाम देख लिया !!
मिटा दिया ज़ालिम का घर आंगन देख लिया !!
शहादत के किस्से इंकलाब की कहानी !!
पन्नो में सिमट कर ना रह जाए वीर जवानों की कुर्बानी !!
Best Pulwama Attact Shayari
तेरी माटी से है हम बने तेरे पानी से है सींचे गए !!
मेरी नस नस मैं बहे वतन मेरी नस नस कहे वतन !!
आरजू इतनी सी है !!
कि सैनिक की आंख कभी नम ना हो !!
सर झुकता है केवल उनकी शहादत में !!
जो हो गए शहीद हमारी हिफाज़त में !!
मरने के बाद भी जिसके नाम में जान है !!
ऐसे जाबांज फौजी हमारे भारत की शान है !!
न इंतजार करो इनका ऐ अजा-दारो !!
शहीद जाते है जन्नत को घर नहीं आते !!
नींद उड़ गयी यह सोच कर !!
की हमने क्या किया है देश के लिए !!
आज फिर सरहद पर बहा हैं खून मेरी नींद के लिए !!
मुझे आज भि याद हैं वो दिन !!
जब हिंदुस्तान रोया था !!
पुलवामा पर धोके से !!
दुश्मनो ने हमला कराया था !!
वतन से मोहब्बत वो इस कदर निभा गए !!
मोहब्बत के दिन वतन पर जान लुटा गए !!
पुलवामा के शहीदों को नमन !!
प्रेम दिवस कैसे मनाता !!
जब चारो तरफ गम के बादल छाए थे !!
नमन हैं मेरा उन शहिदो को !!
जो तिरंगा ओढ कर आए थे !!
मैं भारतवर्ष का हरदम अमिट सम्मान करता हूँ !!
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ !!
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की !!
तिरंगा हो कफ़न मेरा !! बस यही अरमान रखता हूँ !!
Pulwama Attact Shayari in Hindi
उन आँखो की दो बूंद से !!
समन्दर भी हारे होगा !!
जब मेदिनी वाले हाथों ने !!
अपना मगंलसूत्र उतारे होगें !!
हम चैन से सो सके !!
इस लिए वो लड कर जीत कर सो गया !!
इस देश का सच्चा बेटा था वो भि !!
जो आज शहिद हो गया !!
खून से खेलेंगे होली !!
अगर वतन मुश्किल में है !!
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है !!
उन आँखो की दो बूंद से !!
समन्दर भी हारे होगा !!
जब मेहँदी वाले हाथों ने !!
अपना मगंलसूत्र उतारे होगें !!
पुरे देश के नैनो में अश्को का घर कर गए !!
प्यारी सहर को लहूलुहान दोपहर कर गए !!
वतन सबसे पहले जिनके दिल में आता है !!
उल्फत का किस्सा वो अपना अमर कर गए !!
किसी गजरे की खुशबू को महकता छोड़ आया हूँ !!
मेरी नन्ही की चिड़िया को चहकना छोड़ आया हूँ !!
मुझे छाती से अपनी लगा लेना भारत माँ !!
मै अपनी माँ की बाहो को तरसता छोड़ आया हूँ !!
उन आँखो की दो बूंद से !!
समन्दर भी हारे होगा !!
जब मेदिनी वाले हाथों ने !!
अपना मगंलसूत्र उतारे होगें !!
तुम्हारे शौर्य के गीत !!
कर्कश शोर में खोये नही !!
शहीदों पर गर्व इतना था !!
कि देर तक हम रोये नही !!
पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए !!
हिन्दुस्तान के वीर सपूतों को कोटि-कोटि !!
नमन एवं श्रद्धांजलि !!
हर सपूत को कोटि-कोटि नमन !!
जिन्होंने देश की सुरक्षा और अखंडता के लिए !!
अपने प्राणों का बलिदान दिया !!
भारत के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि !!
भिगोकर खून में वर्दी कहानी दे गये अपनी !!
मोहब्बत मुल्क की सच्ची निशानी दे गये अपनी !!
मनाते रह गये वैलेंटाइन डे यहाँ हम तुम !!
वहां कश्मीर में सैनिक जवानी दे गये अपनी !!
भारत के वीर जवानों को श्रद्धांजलि !!
अगर माटी के पुतले देह में ईमान जिन्दा है !!
तभी इस देश की समृद्धि का अरमान जिन्दा है !!
न भाषण से है उम्मीदें न वादों पर भरोसा है !!
शहीदों के बदौलत मेरा हिन्दुस्तान जिन्दा है !!
कितने इश्क़ लिख गये !!
कितने इश्क़ सिखा गये !!
असली इश्क़ क्या होता है !!
पुलवामा के शहीद दिखा गये !!
जो आजादी की देवी को लहू भेंट देते है !!
सदाकत के लिए जो हाथ में तलवार लेते है !!
मैं उनके गीत गाता हूँ मैं उनके गीत गाता हूँ !!
पुलवामा के शहीदों को शत-शत नमन !!
Pulwama Attact Shayari
खून से खेलेंगे होली !!
अगर वतन मुश्किल में है !!
सरफ़रोशी की तमन्ना !!
अब हमारे दिल में है !!
पुलवामा के शहीदों को शत-शत नमन !!
कभी जो काम आ जाए तो !!
उसे हमसे उम्मीद-ए-मद्द ख़ास होती है !!
फौजी ही हैं जिन्हें जान देकर भी !!
कभी हमसे न कोई आस होती है !!
पुलवामा के शहीदों को नमन !!
प्रेम गीत कैसे लिखू !!
चारों तरफ गम के बादल छाए हैं !!
नमन हैं उन महान योद्धाओं को !!
जो प्रेम दिवस के दिन तिरंगे में लिपट कर आये हैं !!
पुलवामा के शहीदों को शत-शत नमन !!
हो समर्पित वतन पे ललन चाहिए !!
देश के लिए शहीद हुए जवान जैसे रतन चाहिए !!
मृत्यु के बाद यदि फिर से जन्म मिले !!
तो भारत ही मुझको वतन चाहिए !!
भारत ही मुझ को वतन चाहिए !!
पुलवामा के शहीदों को शत-शत नमन !!
देश के जवान भिगोकर लहू में वर्दी कहानी दे गए अपनी !!
मोहब्बत मुल्क की सच्ची निशानी दे गए अपनी !!
मनाते रह गए वेलेंटाइन-डे यहां हम तुम !!
वहां कश्मीर में सैनिक जवानी दे गए अपनी !!
खून से खेलेंगे होली !!
अगर वतन मुश्किल में है !!
सरफ़रोशी की तमन्ना !!
अब हमारे दिल में है !!
फ़ौजी की मौत पर परिवार को !!
दुःख कम और गर्व ज्यादा होता हैं !!
ऐसे सपूतों को जन्म देकर !!
माँ का कोख भी धन्य हो जाता हैं !!
कतरा कतरा भी दिया वतन के वास्ते !!
एक बूंद तक ना बचाई इस तन के वास्ते !!
यूं तो मरते है लाखो लोग हर रोज !!
पर मरना तो वो है जो जान जाये वतन के वास्ते !!
मैं भारतवर्ष का हरदम अमिट सम्मान करता हूँ !!
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ !!
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की !!
तिरंगा हो कफ़न मेरा बस यही अरमान रखता हूँ !!
गबाजी इस आतंक की बेरंग होनी चाहिए !!
हो गया आगाज़ बस अब जंग होनी चाहिए !!
छिन गये हैं लाल कितने भारती की गोद से !!
कोख पाकिस्तान की भी तंग होनी चाहिए !!
शहीदों को नमन जय हिन्द जय भारत !!
किसी गजरे की खुशबू को महकता छोड़ आया हूँ !!
मेरी नन्ही की चिड़िया को चहकना छोड़ आया हूँ !!
मुझे छाती से अपनी लगा लेना भारत माँ !!
मै अपनी माँ की बाहो को तरसता छोड़ आया हूँ !!
उन आँखो की दो बूंद से !!
समन्दर भी हारे होगा !!
जब मेदिनी वाले हाथों ने !!
अपना मगंलसूत्र उतारे होगें !!
हो समर्पित वतन पे ललन चाहिए !!
देश के लिए शहीद हुए जवान जैसे रतन चाहिए !!
मृत्यु के बाद यदि फिर से जन्म मिले !!
तो भारत ही मुझको वतन चाहिए !!
भारत ही मुझ को वतन चाहिए !!
जल्दी वापस घर आ जाओ !!
याद बहुत ही आती है !!
कहाँ गए हो लाल मेरे तुम !!
माँ आवाज लगती है !!
ना खून से ना शहादत से !!
ना सिसकियो से ना संतापों से !!
हिंदुस्तान सदा मात खा गया आस्तीन के सांपो से !!
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परिवार उनके गरीब हो रहे है !!
देश के लिए जो शहीद हो रहे है !!
बेच रहे है जो रोज देश को !!
वो दिन पे दिन रहीस हो रहे है !!
कैसे कहू की मै आज भी जिन्दा हूँ !!
मेरी मौत का तो जश्न मनाया जा रहा है !!
जरुरत के हिसाब से मुझे शहीद बताकर !!
आज की राजनीती में मुझे गुलाम बनाया जा रहा है !!
पुरे देश के नैनो में अश्को का घर कर गए !!
प्यारी सहर को लहूलुहान दोपहर कर गए !!
वतन सबसे पहले जिनके दिल में आता है !!
उल्फत का किस्सा वो अपना अमर कर गए !!
लोग गुलाब देकर मोहब्बत जताते हैं !!
और हमारे सैनिक अपनी जान देकर !!
देश का कर्ज अदा करते हैं !!
चढ़ गये जो हंसकर सूली !!
खाई जिन्होंने सीने पर गोली !!
हम उनको प्रणाम करते हैं !!
जो मिट गये देश पर !!
हम सब उनको सलाम करते हैं.
पुलवामा के शहीदों को नमन !!
वतन से मोहब्बत वो इस कदर निभा गए !!
मोहब्बत के दिन वतन पर जान लुटा गए !!
पुलवामा के शहीदों को नमन !!
किसी गजरे की खुशबू को महकता छोड़ आया हूँ !!
मेरी नन्ही की चिड़िया को चहकना छोड़ आया हूँ !!
मुझे छाती से अपनी लगा लेना भारत माँ !!
मै अपनी माँ की बाहो को तरसता छोड़ आया हूँ !!
प्रेम दिवस कैसे मनाता !!
जब चारो तरफ गम के बादल छाए थे !!
नमन हैं मेरा उन शहिदो को !!
जो तिरंगा ओढ कर आए थे !!
पुलवामा श्रद्धांजलि !!
कतरा – कतरा भी दिया वतन के वास्ते !!
एक बूंद तक ना बचाई इस तन के वास्ते !!
यूं तो मरते हैं लाखो लोग हर रोज़ !!
पर मरना तो वो है जो जान जाये वतन के वास्ते !!
पुलवामा के शहीदों को शत-शत नमन !!
नींद उड़ गयी यह सोच कर की !!
हमने क्या किया है देश के लिए !!
आज फिर सरहद पर बहा हैं खून मेरी नींद के लिए !!
हम चैन से सो सके !!
इस लिए वो लड कर जीत कर सो गया !!
इस देश का सच्चा बेटा था !!
वो भि जो आज शहिद हो गया !!
पुलवामा श्रद्धांजलि !!
शहादत के किस्से इंकलाब की कहानी !!
बरसो तक याद करेगा हर नागरिक !!
वीर जवानों की कुर्बानी !!
मुझे आज भि याद हैं !!
वो दिन जब हिंदुस्तान रोया था !!
पुलवामा पर धोके से !!
दुश्मनो ने हमला कराया था !!
देश ये सीखता है !!
हिम्मत ये बढ़ता है !!
जीत की उड़ान लगानी है !!
आस्मा में तिरंगा लहराना है !!
वैलेंटाइन डे की खुशी में ये मत भूल जाना की !!
इस दिन पुलवामा अटैक में हमने !!
भारत के 44 वीर सपूत खोये थे !!
दे सलामी इस तिरंगे को जिस से तेरी शान है !!
सिर हमेशा ऊँचा रखना इसका !!
जब तक दिल में जान है !!
पुलवामा अटैक शायरी
मुझे आज भि याद हैं वो दिन !!
जब हिंदुस्तान रोया था !!
पुलवामा पर धोके से !!
दुश्मनो ने हमला कराया था !!
फौजी की मौत पर परिवार को दुःख !!
कम और गर्व ज्यादा होता है !!
ऐसे सपूतों को जन्म देकर माँ की कोख !!
भी धन्य हो जाती है !!
पुलवामा श्रद्धांजलि !!
चढ़ गये जो हंसकर सूली !!
खाई जिन्होंने सीने पर गोली !!
हम उनको प्रणाम करते हैं !!
जो मिट गये देश पर !!
हम सब उनको सलाम करते हैं !!
प्रेम दिवस कैसे मनाता !!
जब चारो तरफ गम के बादल छाए थे !!
नमन हैं मेरा उन शहिदो को !!
जो तिरंगा ओढ कर आए थे !!
फौजी भी कमाल के होते हैं !!
जेब के छोटे बटुए में परिवार !!
और दिल मे सारा हिंदुस्तान रखते हैं !!
मैं तिरंगा फहराकर वापस आऊंगा !!
या फिर तिरंगे में लिपटकर आऊंगा !!
लेकिन मैं वापस अवश्य आऊंगा !!
जय हिन्द !!
जल्दी वापस घर आ जाओ !!
याद बहुत ही आती है !!
कहाँ गए हो लाल मेरे तुम !!
माँ आवाज लगती है !!
उन आँखो की दो बूंद से !!
समन्दर भी हारे होगा !!
जब मेदिनी वाले हाथों ने !!
अपना मगंलसूत्र उतारे होगें !!
मैं भारतवर्ष का हरदम अमिट सम्मान करता हूँ
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ !!
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की !!
तिरंगा हो कफ़न मेरा !! बस यही अरमान रखता हूँ !!
जल्दी वापस घर आ जाओ !!
याद बहुत ही आती है !!
कहाँ गए हो लाल मेरे तुम !!
माँ आवाज लगती है !!
जब गुलाब देकर लोग !!
अपनी मोहब्बत को मना रहे थे !!
तब चुपके से जान देकर वो !!
देश का कर्ज़ अदा कर गए थे !!
तिरंगे में लिपटकर जो आ गए !!
महबूब ए वतन से किया वादा जो निभा गए !!
देश के प्यार में शहीद हुए जवान !!
वो भी नाम अपना लिखा गए !!
भिगोकर लहू में वर्दी कहानी दे गए अपनी !!
मोहब्बत ए मुल्क की सच्ची निशानी दे गए अपनी !!
मनाते रह गए वेलेंटाइन-डे यहां हम तुम !!
वहां कश्मीर में वीर जवानी दे गए अपनी !!
आतंकियों ने 14 फरवरी को !!
भारत का दर्द भर इतिहास बना दिया !!
मुस्कुराते चेहरे की खुशियों को !!
पल भर में राख बना दिया !!
वतन पर समर्पित होने के लिए ललक चाहिए !!
देश के लिए होने वाले शहीदों जैसे रत्न चाहिए !!
मरने के बाद अगर जन्म मिले दोबारा !!
तो अगले जन्म में भी भारत मुझको वतन चाहिए !!
जो हुए वतन पर कुर्बान उन्हें मेरा सलाम !!
अपने खून से सींचा जिसने भारत भूमि को !!
उन वीरों को मेरा सलाम !!
पुलवामा अटैक स्टेटस
कतरा कतरा भी दिया वतन के वास्ते !!
एक बूंद ना रखी !! इस तन के वास्ते !!
हो गए शरीर के अंगणित हिस्से !!
लेकिन अमर कहलाए अपनी भूमि के वास्ते !!
जवान की मौत पर दुख कम !!
और गर्व ज़्यादा होता है !!
देश हित में शहीद हुए वीर को पैदा करके !!
उस मां की कोख को भी गर्व होता है !!
यूं तो इश्क करता है हर कोई !!
अपनी महबूबा के लिए हर कोई !!
पर वतन की मोहब्बत से मिलता है !!
वो सुकून जिसे पाकर अमर होता है हर कोई !!
वेलेंटाइन डे कैसे मनाता !!
चारों ओर गम के बादल छाए हैं !!
श्रद्धा से करता हूं उनको नमन !!
जो तिरंगे में लिपटकर घर वापस आएं है !!
जब तक माटी के पुतले देह में ईमान ज़िन्दा है !!
तब तक इस देश की समृद्धि का अरमान ज़िन्दा है !!
न भाषण से है उम्मीदें न वादों पर भरोसा है !!
शहीदों के बदौलत मेरा हिन्दुस्तान ज़िन्दा है !!
कितने इश्क लिखे गए !!
कितने इश्क किए गए !!
कितनों ये इश्क सिखा गए !!
सच्ची मोहब्बत क्या होती है !!
यह पुलवामा के शहीद बता गए !!
आतंकी ने अपने नापाक इरादों से !!
छल से !! क्षति पहुंचाई देश के वीरों को !!
घर में घुस कर लिया फिर बदला उनसे !!
दिया मुंहतोड़ जवाब उनके मंसूबों को !!
कुर्बान हुए जो देश के खातिर !!
आज उनकी कुर्बानी याद करो !!
देश हित में जीवन दिया !!
ऐसे वीरों को धन्यवाद करो !!
दिन याद है मुझे 14 फरवरी का !!
वेलेंटाइन का ही नहीं !!
पुलवामा अटैक का !!
शहीदों को नमन !!
चिथड़े हो गए थे शरीर के जिनके !!
ऐसे मेरे देश के वीरों की शहादत थी !!
नहीं भूल सकते हैं उनको कभी !!
अंतांकियों की यह एक विकट बगावत थी !!
शीश चढ़ाना बंद करो !!
ये बन्द करो कुर्बानी !!
उठो पार्थ !! हुंकार भरो !!
ख़तम करो कहानी !!
आज के दिन पूरा देश रोया था !!
किसी ने अपना बेटा !!
भाई तो किसी ने अपना पति खोया था !!
घर के लाडलों में आता है उस वीर का नाम !!
पर देश की सेवा में अपना सर्वस्व लुटाना था !!
उस वीर का एक अरमान !!
प्रेम दिवस के दिन !!
अपने प्रेम के प्रति हो गए शहीद !!
नमन करते हैं इस गर्वित मन से !!
उन महान शूरवीरों को आज के दिन !!
मना रहे थे सब वेलेंटाइन जिस दिन !!
उजड़ा था किसी का सुहाग उस दिन !!
परिवार का राजा बेटा भी भूमि में हो गया लीन !!
हर भारतीय रोया था पुलवामा अटैक के दिन !!
Pulwama attack status
सोचकर उन दरिंदो की साजिश को !!
हर देश प्रेमी का लहू खौला !!
बदला लेने का आक्रोश !!
हर भारतीय के दिल में फूटा !!
पुलवामा में हुआ सैनिकों पर हमला !!
दुश्मनों को लगा कि टल गया खतरा !!
पर सर्जिकल स्ट्राइक ने मारी बाजी !!
जवानों की गाड़ी उड़ाने की सजा मिली भारी !!
वतन से की गई मोहब्बत !!
कभी बेकार नहीं जाती है !!
जो होता है देश का एक जवान शहीद !!
दुश्मन की बस्तियां जला दी जाती हैं !!
कुर्बान वतन पर जाने वाले !!
मां भारती के रखवाले !!
नमन हैं उन वीरों को !!
देश किया जिनके हवाले !!
कैसे मनाऊं वेलेन्टाइन डे !!
कैसा मैं लिखूं प्रेम प्रसंग !!
आज ही है वो काला दिन !!
जिसमें 42 जवानों का क्षति हुआ था हर अंग !!
प्रेम गीत लिखूं मैं आज कैसे !!
आज चारों तरफ़ गम के बादल छाये !!
नमन है मेरा उन वीर अमर शहीदों को !!
जो आज तिरंगा ओढ़ कर आये !!
ना लौटकर आए !!
हमें तड़पता छोड़ गए !!
वतन से निभाकर मोहब्बत !!
हमें अश्कों में छोड़ गए !!
नींद उड़ गई यह सोचकर !!
हमने क्या किया इस देश के लिए !!
आज फिर किसी फौजी का खून बहा है !!
सरहद पर मेरी नींद के लिए !!
शहीदों की चिताओं पर !!
जुड़ेंगे हर बरस मेले !!
वतन पर मरनेवालों का !!
यही बाकि निशां होगा !!
जिसकी वजह से पूरा हिंदुस्तान !!
चैन से सोता है !!
उस फौजी को सलाम जो कभी !!
अपना धैर्य नहीं खोता है !!
अजल से डरे वो जीने को !!
जो अच्छा समझते है !!
मियां! हम चार दिन की जिंदगी !!
को क्या समझते है !!
मौत एक बार जब आना है !!
तो डरना क्या है !!
हम इसे खले ही समझा !!
किये मरना क्या है !!
Pulwama attack whatsapp status
जो देश के लिए शहीद हुए !!
उनको मेरा सलाम है !!
अपने खूं से जिस जमीं को खींचा !!
उन बहादुर को सलाम है !!
वीर शहीदों की कुर्बानी !!
यूं न खाली जाएगी !!
रावल से लाहौर तलक !!
अब मौत निराली जाएगी !!
गिन-गिनकर हम बदला लेंगे !!
भारत में स्वर एक कहे !!
आज शपथ है इस भारत को !!
अब न ये आतंक सहे !!
पूरा भारत देश दे रहा !!
नम आंखों से आज विदाई !!
वीर शहीदों को प्रणाम !!
रोक न सकोगे आज रुलाई !!
पुलवामा की धरती में !!
जिन वीरों का खून जला !!
उनकी मां को नमन करें हम !!
जिनको ये बलिदान मिला !!
प्रेम दिवस कैसे मनाता !!
जब चारो तरफ गम के बादल छाए थे !!
नमन हैं मेरा उन शहिदो को !!
जो तिरंगा ओढ कर आए थे !!
पुलवामा श्रद्धांजलि !!
कतरा कतरा भी दिया वतन के वास्ते !!
एक बूंद तक ना बचाई इस तन के वास्ते !!
यूं तो मरते हैं लाखो लोग हर रोज़ !!
पर मरना तो वो है जो जान जाये वतन के वास्ते !!
पुलवामा के शहीदों को शत-शत नमन !!
मुझे आज भि याद हैं वो दिन !!
जब हिंदुस्तान रोया था !!
पुलवामा पर धोके से !!
दुश्मनो ने हमला कराया था !!
पुलवामा श्रद्धांजलि !!
मैं तिरंगा फहराकर वापस आऊंगा !!
या फिर तिरंगे में लिपटकर आऊंगा !!
लेकिन मैं वापस अवश्य आऊंगा !!
जय हिन्द !!
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Pulwama attack date status
चढ़ गये जो हंसकर सूली !!
खाई जिन्होंने सीने पर गोली !!
हम उनको प्रणाम करते हैं !!
जो मिट गये देश पर !!
हम सब उनको सलाम करते हैं.
पुलवामा के शहीदों को नमन !!