One sided love shayari
प्यार करने का सलीका मैंने !!
सीखा तुझसे एक तरफ़ा प्यार करके !!
जाने अंजाने हम तुमसे एक तरफा !!
प्यार कर बैठे तुम्हें बिना बताए !!
अब कोई ख्वाहिश नहीं रही जब से पता चला है !!
कि हमारा प्यार एकतरफ़ा था !!
अचानक से हर ख्वाहिश दफन हो चुकी है कहीं !!
जब से हमारा प्यार एकतरफ़ा हुआ है !!
तू तो बेनकाब कर गई मेरे !!
दो तरफा प्यार को एकतरफ़ा कर गई !!
किसने कहा मोहब्बत सच हो तो मुकम्मल जरूर होती है !!
इश्क़ तो हमने भी पूरे दिल से किया था !!
अजीब सा इश्क़ है मेरा !!
वो इस दुनिया में होकर भी मेरी दुनिया में नहीं !!
हर दुआ में तुम्हें माँगा फिर भी दुआ कबूल ना हुई !!
हमारी तो चाहत बस एक तुम थी फिर भी चाहत कबूल ना हुई !!
बड़े अदब से उन्होंने मुझे इश्क़ में इंकार किया !!
कहा के मुझसे अच्छी और मिल जायेगी !!
बदलते वक्त के साथ सब कुछ बदला !!
कुछ नहीं बदला तो तुम्हारे लिए मेरा प्यार नहीं बदला !!
एकतरफा प्यार ही सही मगर झूठी उम्मीद ही दिला देते !!
मैं पूरी उम्र इंतज़ार कर लेता !!
झेल रहा था एकतरफ़ा इश्क को मैं !!
झेलते झेलते अब आदत बन गई है वो !!
मैं भूलने चला था खुद को !!
भूलते-भूलते तुझसे एकतरफ़ा प्यार करना सीख गया !!
कितना मनाऊं तुझे अब थक गया हूँ मैं !!
केवल मुझे तुझसे प्यार था ये तूने बताया क्यों नहीं !!
एकतरफ़ा प्यार ने मुझे बहुत कुछ सिखला दिया !!
डरता था पहले शब्दों से आज तूने मुझे शायर बना दिया !!
तुम खुश रहा करो इतना काफ़ी है मेरे लिए !!
मेरा तो है न एकतरफ़ा प्यार !!
तुम किसी और के हो गए मेरे एकतरफ़ा प्यार के दौरान !!
मैने भी हस कर जाने दिया वरना छीन के लाता तुम्हे अगर ये दोतरफ़ा होता !!
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