उस जैसा तो दूसरा मिलना था दुश्वार !!
लेकिन उस की खोज में फैल गया संसार !!
वक़्त जो तेरा है वही मेरा है !!
हर गम पर कई पहरे है !!
फिर भी इसे खोना है !!
बरसात का बादल तो दीवाना है !!
वो क्या जाने,किस राह से बचना है !!
और किस छत को भिगोना है !!
वक़्त जो तेरा है वही मेरा है !!
हर गम पर कई पहरे है !!
फिर भी इसे खोना है !!
कहते है जिसे दुनिया वाले मिट्टी का खिलौना है !!
अगर मिल जाये तो मिट्टी है !!
और खो जाए तो सोना है !!
बादल भी बरसात में दीवाना हो जाता है !!
ये क्या जाने की किस राह से बचना है !!
और किस छत को भीगाना है !!
हर एक बात को चुप-चाप क्यूँ सुना जाए !!
कभी तो हौसला कर के नहीं कहा जाए !!
एक महफ़िल में कई महफ़िलें होती हैं शरीक !!
जिस को भी पास से देखोगे अकेला होगा !!
दुश्मनी लाख सही !!
यूँ रिस्ता ना खत्म कीजिये !!
दिल मिला या ना मिले !!
हाथ जरूर मिलाते रहिये !!
मिज़ाज़ आवारा था !!
फैला दिया आंगन को !!
आकाश की चादर है !!
धरती का बिछोना है !!