तू इस तरह से मेरी जिंदगी में शामिल है !!
जहां भी जाऊं ये लगता है तेरी महफिल है !!
अब किसी से भी शिकायत नहीं रही !!
जाने किस-किस से गिला था पहले !!
जमना में कोई किसी को रास्ता नहीं देता है !!
मुझे गिरा कर अगर तुम संभल सको तो चलो !!
बच्चो के उनके छोटे-छोटे हाथो से चाँद सितारे छूने दो !!
चार किताबे पढ़ कर ये भी हम जैसे हो जायेंगे !!
उसकी गली से दूर होकर यू तो हर चहरे को याद किया है !!
जिससे थोड़ी सी खताये थी अकसर वो ही याद आ गए !!
दिल को नहीं है ज़रुरत तो महोब्बत नहीं मिलती !!
और खैरात में इतनी बड़ी भी दौलत नहीं मिलती !!
उसकी गालियों से दूर होकर यू तो हर चहरे को याद किया है !!
जिससे थोड़ी सी खताये थी अकसर वो ही याद आ गए !!
मिज़ाज़ आवारा था फैला दिया आंगन को !!
अब आकाश ही चादर है धरती ही बिछोना है !!
गम और खुशी दोनों बहुत दूर के साथी है !!
फिर क्या रास्ता ही रास्ता है ना फिर हँसना है ना ही रोना है !!
हिम्मत नही अब खुदखुशी करने की !!
कुछ दिन औरो को भी सताया जाए !!