Shayari thought in hindi
रिश्तों की कदर भी !!
पैसो की तरह कीजिये जनाब !!
दोनों को गँवाना आसान है !!
और कमाना मुश्किल !!
किसी की अच्छाई का !!
इतना फायदा मत उठाओ !!
की वह बुरा बनने पर मजबूर हो जाए !!
कैसे करू भरोसा गैरों के प्यार पर !!
अपने ही मजा लेते हैं !!
अपनों की हार पर !!
कौन कहता हैं की इंसान रंग नहीं बदलता !!
किसी के मुँह पर सच बोलकर तो देखो !!
एक नया रंग सामने आएगा !!
बक्श देता है खुदा उनको !!
जिनकी किस्मत ख़राब होती है !!
वो हरगिज़ नहीं बक्शे जाते है !!
जिनकी नियत ख़राब हो !!
पतझड़ हुए बिना पेड़ों पर नए पत्ते नहीं आते !!
कठिनाई और संघर्ष सहे बिना !!
अच्छे दिन नही आते !!
छाता और दिमाग तभी काम करते है !!
जब वो खुले हो !!
बंद होने पर दोनों बोझ लगते है !!
वाफिक तो मैं भी हूँ !!
दुनिया के तौर-तरीकों से !!
पर जिद्द तो यहां अपने हिसाब से जीने की हैं !!
इंसान को परखना हो तो !!
बस इतना कह दो की !!
“मैं तकलीफ में हूँ !!
किसी का हाथ तभी पकड़ना !!
जब आप उसका साथ अच्छे से !!
निभा सकते हो !!
सब मिल ही जाए !!
तो तमन्ना किसकी करेंगे !!
प्यास बनी रहे जरुरी हैं !!
जबतक शिक्षा का मकसद नौकरी पाना होगा !!
तब तक समझ में नौकर ही पैदा होंगे !!
मालिक नहीं !!
जिसने संसार को बदलने की कोशिश की !!
वो हार गया !!
और जिसने खुद को बदल दिया !!
वो जीत गया !!
सब कहने की बातें हैं !!
जो सबके साथ अच्छा करता हैं !!
उसके साथ कुछ भी अच्छा नहीं होता !!
मैंने कुछ लोग लगा रखे हैं !!
पीठ पीछे बात करने के लिए !!
पगार कुछ नहीं हैं !!
पर काम बड़ी ईमानदारी से करते हैं !!
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