Hindi motivational shayari for students
तुझे क्या कहूं तू है मरहबा.
तेरा हुस्न जैसे है मयकदा !!
मेरी मयकशी का सुरूर है !!
तेरी हर नजर तेरी हर अदा
तेरा हुस्न जब से मेरी आँखों में समाया है !!
मेरी पलकों पे एक सुरूर सा छाया है !!
मेरे चेहरे को हसीन नूर देने वाले !!
ये तेरे दीदार के लम्हों का सरमाया है !!
मुझको नहीं जरूरत किसी कलम !!
की तेरी तारीफ बयां करने के लिए !!
तेरी अदाएं !! तेरे ये नाज़नीन से अन्दाज़ !!
अपनी अदा आप रखते हैं !!
ये सोचकर रोक लेता हूँ कलम को !!
तेरी तारीफ लिखते लिखते !!
की कहीं इन !!
लफ़्ज़ों को सबसे बेहतरीन !!
होने का गुमान ना हो जाये !!
चाँद की चाँदनी हो तुम !!
तारो की रोशनी हो तुम !!
सुबह की लाली हो तुम !!
मेरे दिल में बसी हुई एक आशिक़ी होतुम !!
उनका आशियाँ दिल में बसाया है !!
उनकी यादो को सीने से लगाया है !!
पता नहीं याद आती है वो ही क्यों !!
दोस्त तो हमने औरों को भी बनाया है !!
टूटे हुए प्याले में जाम नहीं आता !!
इश्क़ में मरीज को आराम नहीं आता !!
ये बेवफा दिल तोड़ने से पहले ये सोच तो लिया होता !!
के टुटा हुआ दिल किसी के काम नहीं आता !!
ज़ख़्म जब मेरे सीने के भर जाएँगे !!
आँसू भी मोती बनकर बिखर जाएँगे !!
ये मत पूछना किस किस ने धोखा दिया !!
वरना कुछ अपनो के चेहरे उत !!