Maut shayari in hindi
बादे-फना फिजूल है नामोनिशां की फिक्र !!
जब हम नहीं रहे तो रहेगा मज़ार क्या !!
ऐ मौत तुझे एक दिन आना है भले !!
आ जाती शबे फुरकत में तो अहसां होता !!
मुझे रुला कर सोना तो तुम्हारी आदत बन गई है !!
अगर मेरी आँख न खुली तो तुम तड़पोगे बहुत !!
मौत-ओ-हस्ती की कशमकश में कटी उम्र तमाम !!
गम ने जीने न दिया शौक ने मरने न दिया !!
वादा करके और भी आफ़त में डाला आपने !!
ज़िन्दगी मुश्किल थी अब मरना भी मुश्किल हो गया !!
कितना दिल-फरेब होगा वो मेरी मौत का मंजर !!
मुझे ठुकराने वाले मेरे लिए आँसू बहायेंगे !!
ढूढ़ोगे कहाँ मुझको मेरा पता लेते जाओ !!
एक कब्र नई होगी एक जलता दिया होगा !!
तू बदनाम ना हो इसलिए जी रहा हूँ मैं !!
वरना मरने का इरादा तो रोज होता है !!
सुलगती जिंदगी से मौत आ जाये तो बेहतर है !!
हमसे दिल के अरमानों का अब मातम नहीं होता !!
हद तो ये है कि मौत भी तकती है दूर से हमें !!
लेकिन उसको इंतजार है मेरी खुदकुशी का है !!
किसी खुशी के साथ जीना हो नही पा रहा मेरा !!
मुझे अब किसी गम के साथ मौत का सफर तय करना है !!
“मौत को तो यूँ ही बदनाम करते हैं लोग !!
तकलीफ तो साली जिन्दगी देती है!!
“मौत पर भी यकीन है उस पर भी एतबार है !!
देखते हैं पहले कौन आता है दोनो का इंतज़ार है !!
“वो कर नहीं रहे थे मेरी बात का यकीन !!
फिर यूँ हुआ की मर के दिखाना पड़ा मुझे!!
“छोड़ दिया मुझको आज मेरी मौत ने ये कह कर !!
हो जाओ जब जिन्दा तो खबर कर देना !!
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