मौत की शायरी
मोहब्बत के नाम पे दीवाने चले आते हैं !!
शमा के पीछे परवाने चले आते हैं !!
तुम्हें याद न आये तो चले आना मेरी मौत पर !!
उस दिन तो बेगाने भी चले आते हैं !!
कल अगर फुर्सत न मिली तो क्या होगा !!
इतनी मोहलत न मिली तो क्या होगा !!
रोज़ कहते हो कल मिलेंगे कल मिलेंगे !!
कल ये आँखे न खुली तो क्या होगा !!
तुम दर्द भी हो मेरा और दर्द की दवा भी हो !!
मेरी मौत का कारण भी हो तुम,जीने की वजह भी हो !!
खुली नज़रो से तुम दूर हो बहुत मुझसे !!
बंद आँखों में हर जगह मेरे पास भी हो तुम !!
क्या कहूँ तुझे… ख्वाब कहूँ तो टूट जायेगा !!
दिल कहूँ ,तो बिखर जायेगा !!
आ तेरा नाम ज़िन्दगी रख दूँ !!
मौत से पहले तो तेरा साथ छूट न पायेगा !!
ना चाँद अपना था और ना तू अपना था !!
काश दिल भी मान लेता की सब सपना था
कोई नही आएगा मेरी ज़िदंगी मे तुम्हारे सिवा !!
एक मौत ही है जिसका मैं वादा नही करता !!
आसमान के परे मुकाम मिल जाए !!
रब को मेरा ये पैगाम मिल जाए !!
थक गयी है धड़कनें अब तो चलते चलते !!
ठहरे सांसे तो शायद आराम मिल जाए !!
हमारी हर खता पे नाराज़ न होना !!
अपनी प्यारी सी मुस्कराहट को कभी न खोना !!
सुकून मिलता है देख कर आपकी मुस्कराहट !!
हमे मौत भी आये तो भी मत रोना !!
इस आस में चला जाऊंगा मैं ये जहाँ छोड़ कर !!
के शायद मेरा मरना ही कुछ काम आएगा !!
शायद चली आये तू उस पल मेरे पास दौड़कर !!
जिस पल तेरे पास मेरी मौत का पैगाम आएगा !!
न मेरी कोई मंज़िल है न किनारा !!
तन्हाई मेरी महफ़िल और यादें
मेरा सहारा ,तुम से बिछड़कर के
कुछ यूँ वक़्त गुज़ारा ,कभी ज़िन्दगी
को तरसे कभी मौत को पुकारा !!
आज उसने अपनी अलग दुनिया बसाई है !!
मेरी ज़िन्दगी भी मौत से जीतती आयी है !!
जितना तोडना चाहता हूँ ज़िन्दगी के तार मैं !!
उतना ही खुदा ने मेरी उम्र बड़ाई है !!
वादे भी उसने क्या खूब निभाए हैं !!
ज़ख़्म और दर्द तोहफे में भिजवाये है !!
इस से बढ़कर वफ़ा की मिसाल क्या होगी !!
मौत से पहले मौत का सामान ले आये है !!
एक दिन हम भी कफ़न ओढ़ जायेंगे !!
सब रिश्ते इस जमीन के तोड़ जायेंगे !!
जितना जी चाहे सता लो मुझको !!
एक दिन रोता हुआ सबको छोड़ जायेंगे !!
वादे तो हजारों किये थे उसने मुझसे !!
काश एक वादा ही उसने निभाया होता !!
मौत का किसको पता कि कब आएगी !!
पर काश उसने ज़िन्दा जलाया न होता !!
चले आओ मुसाफिर !!
आखिरी साँसें बची हैं कुछ !!
तुम्हारी दीद हो जाती तो !!
खुल जातीं मेरे आँखें !!
कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे !!
ऐसा कर ऐ खुदा मेरी हस्ती मिटा दे !!
यूँ घुट-घुट के जीने से तो मौत बेहतर है !!
मैं कभी न जागूं मुझे ऐसी नींद सुला दे !!
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