mahakal shayari dp
अगर महाकाल से मोहब्बत करना सजा है !!
तो ऐसी सजा मुझे हर बार मंजूर है !!
जय भोलेनाथ !!
ही शौक रखते है पर बैमिसाल रखते है !!
हालात कैसे भी हो !!
फिर भी जुबां पर हमेशा “जय महाकाल” रखते है !!
आँख बंद करके मैं इजहार करता हु !!
ए महाकाल !!
मैं आपसे हद से ज्यादा !!
प्यार करता हु !!
तुझे पाने का मैं सोमवार क्या !!
प्रतिदिन की उपवास रखु !!
सब भूल जाऊ सब त्याग करू !!
तेरे नाम जपु ,तुझे याद करू !!
बजते हैं डमरू !!
भस्म से होता हैं शृंगार !!
इतने अद्भुत ढंग से !!
सजते हैं महादेव मेरे !!
थामा हुआ हैं हाथ मेरा आपने !!
मुझको मालूम हैं !!
मेरे हर पल लम्हे में मेरे भोलेनाथ !!
प्यार तुम्हारा हैं !!
महादेव कहते हैं !!
पल में अमीर हैं पल में फ़कीर हैं !!
अच्छे करम कर ले नादान हैं !!
यह तो बस तकदीर हैं !!
ना शिकवा तकदीर से !!
ना शिकायत अच्छी !!
महादेव हाल में रखे !!
वही ज़िंदगी अच्छी !!
ना बादशाह बनना हैं !!
न मशहूर होना हैं !!
मुझे बस भोलेनाथ तेरे इश्क़ में !!
चूर चूर होना हैं !!
मुझे नहीं लगता किसी !!
और के लायक हु में !!
ये प्यार ये ज़िंदगी सब !!
शिव के लिए हैं !!
महाकाल कहते हैं !!
कभी किसी के चेहरे को नहीं बल्कि !!
उसके दिल क्युकी अगर सफेद रंग में वफ़ा होती !!
तो नमक हर जख्मो की दवा होती !!
मंदिर बंद हैं पर !!
दिल का शिवाला खुला हैं !!
जिसने भोलेनाथ से लगाई प्रीत !!
वो अपने हर गमो को भुला हैं !!
भोलेनाथ !!
तुझसे ही सारी आस हैं !!
एक तू ही मेरा विश्वास हैं !!
कोई हो या ना हो !!
तू साथ हैं तो सबकुछ मेरे पास हैं !!
भोले के भक्त हैं हम !!
किसी के गुलाम नहीं !!
हर किसी के समझ में आ जाये !!
आम नहीं हम !!
शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्वार हुआ !!
अंत काल को भवसागर में उसका बेडा पार हुआ !!
भोले शंकर की पूजा करो !!
ध्यान चरणों में इनके धरो !!
हर हर महादेव !!
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