Mahadev shayari in hindi
माया को चाहने वाला बिखर जाता है !!
और मेरे महादेव को चाहने वाला निखर जाता है !!
क्या करु मैं अमीर बन कर !!
मेरा महादेव तो फकीरोँ का दिवाना है !!
जिस मुसीबत का ना कोई उपाय !!
उसका हल सिर्फ “ॐ नमः शिवाय !!
जो खुद के लिये मांगते है वो केवल भक्त होते है !!
जो सब के लिये मांगते है वो शिवभक्त होते है !!
नाच रहे ड़मरू की ताल पर शिवशंम्भु !!
त्रिशुलधारी गंगाधर बाबा महाकाल सर्वेशु !!
मस्तक सोहे चन्द्रमा,गंग जटा के बीच !!
श्रद्धा से शिवलिंग को,निर्मल जल मन से सीच !!
जिनके रोम रोम में शिव हैं !!
वही विष पिया करते हैं !!
गरज उठे गगन सारा समुन्दर छोड़ें अपना किनारा !!
हिल जाए जहान सारा जब गूंजे महादेव का नारा !!
हम महाकाल नाम की शमा के छोटे से परवाने है !!
कहने वाले कुछ भी कहे हम तो महाकाल के दिवाने है !!
नज़र पड़ी जब महाकाल की !!
जिंदगी बदलगयी मुझ जैसेकंकाल की !!
सज रहे है दरबारशिव के !!
कुशदिनों बाद आ रहा Mahashivratri का त्यौहार है !!
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