जुनून मोहब्बत का दिल पर क्या सवार हो गया !!
हमें सांसो से बढ़कर अपना यार हो गया !!
आंखों में नींद और सपना यार का !!
कभी तो एहसास होगा उसको मेरे प्यार का !!
अगर सीखना है तो आंखों को पढ़ना सीखो !!
शब्दों की तो हजारों मतलब निकलते हैं !!
तेरे लिए तेरे साथ ही लड़ रहे हैं !!
पता नहीं कैसी हम मोहब्बत कर रहे है !!
खामोशी के साथ उसे देखता ही रह गया !!
सुना है इबादत में बोला नहीं करते !!
धड़कनों में बसते हैं कुछ लोग !!
जुबां से नाम लेना जरूरी नहीं होता !!
जो बेकसूर होते हुए भी आपको मनाता है !!
तो समझ लो वह आपको हद से ज्यादा चाहता है !!
नहीं करता जिक्र तेरा किसी और के सामने !!
तेरे बारे में बातें सिर्फ खुदा से होती हैं !!
दिल के किसी कोने में रह जाते हैं !!
कुछ लोग बड़े ज़िद्दी होते हैं !!
ये लफ्ज़ तो लोगों के लिए हैं !!
तुम तो इन आँखों से ही पढ़ लिया करो !!
हर मोहब्बत को मंज़िल मिलना जरूरी तो नहीं !!
अधूरे इश्क़ का भी इतिहास है दुनिया !!
हम तो जमाने के डर से इज़हार नहीं करते और !!
आप कहते हो कि हम प्यार नहीं करते !!
ख़ामोशी से मैं उसकी तरफ देखता ही रहा !!
सुना है इबादत के समय बोला नहीं करते !!
प्यार ही करना सीखा है नफरत की कोई जगह नहीं !!
तू ही है इस दिल में किसी और के लिए जगह नहीं !!
उसके सिवा ये दिल किसी और को चाहे ये मेरे बस में नहीं !!
ये दिल ही उसका है अपना होता तो बात कुछ और थी !!
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