Whatsapp Shayari dp
आजकल का इश्क़ कुछ बद्चलन-सा है !!
कभी उसके दरवाज़े !!
तो कभी इसके दरवाज़े !!
मौसम भी मुझ पर तरस खाता है !!
कहता है कि मैं हर बार आ जाता हु !!
पर तेरा मेहबूब क्यू नहीं आता है !!
ना जाने किन गुनाहों की !!
सजा दे रही है !!
ये ज़िन्दगी मुझसे !!
बेहद मज़े ले रही है !!
सजा देनी हमे भी आती है !!
ओ बेखबर !!
पर तू तकलीफ से गुजरे !!
ये हमे मंजूर नहीं !!
एक ख्वाब ने आँखे खोली है !!
क्या मोड़ आया है कहानी में !!
वो भीग रही थी बारिश में !!
और आग लगी है पानी में !!
तुम पूछ लेना सुबह से !!
ना यकीन हो तो शाम से !!
ये दिल धड़कता है !!
सिर्फ तेरे ही नाम से !!
मेरे सपनो के घर में !!
मेरी सिर्फ तू ही एक दिलरुबा है !!
भले ही हजारो friend request आ जाये !!
लेकिन इस दिल को सिर्फ तू ही Accept है !!
अगर इश्क़ हुआ अगले जनम भी तो !!
तुझसे ही होगा मेरे इस नादान दिल को !!
तुझपर भरोसा ही इतना है !!
मै वही हूँ जो कहता था !!
की इश्क़ में क्या रखा है !!
पर आजकल एक पगली की मोहब्बत ने !!
मुझे पागल बना रखा है !!
धड़कनों को थाम कर रखना !!
क्यूंकि अगर हम पास आ गये !!
तो तुम खुद को भुला दोंगे !!
एक साँस भी पूरी नहीं होती !!
तेरे ख्यालो के बिना !!
तुमने ये कैसे सोचा !!
की हम जिंदगी गुजार देंगे तेरे बिना !!
कभी कबीरा दीवाना !!
तो कभी मीरा दीवानी !!
ये प्रीत की बिमारी !!
न जाने कितनी पुरानी !!
तमन्ना मचल रही है !!
थोड़ा सा साथ देदो !!
बदले में ले लो साँसे !!
मुझे अपना हाथ देदो !!
कितने चेहरे है इस दुनिया में !!
मगर हमको एक चेहरा ही नजर आता है !!
दुनिया को हम क्यों देखे !!
उसकी याद में सारा वक्त गुजर जाता है !!
ए ख़ुदा कसमें सच्ची होती तो !!
क्या हो गया होता !!
उसने खाई थी कसमें इतनी झूठी !!
के तू भी मेरे साथ मर गया होता !!
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