dp Shayari Love
एक कदम अगर दुनिया के लिए बढ़ रहा है !!
तो दूसरा कदम दुनिया बनाने वाले के लिए बढे !!
ऐसी ज़िंदगी ही संतुलित रहती है !!
गुज़रा वक़्त कभी लौटकर नहीं आता !!
और इंसान है कि उसी वक़्त को याद कर !!
आज के लम्हे यू ही गुज़ार देता है !!
कुछ चेहरे थोड़े अलग होते है !!
होते कुछ और है !!
मगर दिखते कुछ और है !!
जिगर चाहिए होता है !!
हिम्मत चाहिए होती है !!
सपनों की राहें !!
इतनी आसान कहा होती है !!
किसने कहा कि भगवान दिखाई नहीं देता !!
जब कोई दिखाई नहीं देता !!
तब वही दिखाई देता है !!
काश एक शायरी कभी !!
तुम्हारी क़लम से ऐसी भी हो !!
जो मेरी हो,मुझ पर हो और !!
बस मेरे लिए ही हो !!
बार बार जाती है नजर क्यों !!
तुम पर मेरी कलम की !!
शायद अधूरी मुहब्बत हो तुम !!
मेरे पिछले जन्म की !!
माना कि तेरे दर पे हम !!
खुद चलकर आये थे ऎ इश्क़ !!
लेकिन दर्द दर्द और बस दर्द !!
ये कहाँ की मेहमान नवाजी है !!
अगर शक है मेरी मोहब्बत पे !!
तो दो चार गवाह बुला लो !!
हम आज ,अभी,सबके सामने !!
ये जिन्दगी तेरे नाम करते है !!
बहुत से रिश्ते इसलिए भी ख़त्म हो जाते है !!
क्यूँकी एक सही बोल नहीं पाता और !!
दूसरा सही समझ नहीं पाता !!
आधे से कुछ ज्यादा पूरे से कम !!
कुछ ज़िन्दगी कुछ गम !!
कुछ इश्क़ कुछ हम !!
मुझे रब ने सिर्फ !!
सब को तंग करने के लिए बनाया है !!
ये इश्क का तो तूने हम पे इल्जाम लगाया है !!
वक्त सिखा देता है !!
उसूल जिन्दगी का !!
फिर नसीब क्या !!
लकीर क्या !!
और तकदीर क्या !!
बचपन के दिन भुला ना देना !!
आज हंसे कल रुला ना देना !!
इचक दाना -पिचक दाना !! दाने उपर दाना !!
कितना प्यारा था बचपन मस्ताना !!
सच्चे किस्से शराबखाने में सुने !!
वो भी हाथ मे जाम लेकर !!
झूठे किस्से अदालत में सुने !!
वो भी हाथ मे गीता-कुरान लेकर !!