अगर प्यार सच्चा हो तो दूरियाँ !!
एक न एक दिन हार हीं जाती हैं !!
तुम जब भी मुझसे मिलोगी फिर मैं !!
तुम्हें कभी भी खुद से दूर नहीं जाने दूंगा !!
मैं चाहूँगा तुम हमेशा मेरे पास रहो !!
सच्चे प्यार के बंधन किसी भी !!
बहाने से कमजोर नहीं पड़ते !!
लौट भी आओ, इन दूरियों से तो !!
अच्छे हैं तेरे नखरे और हमारे झगड़े !!
मेरे हाथों में तेरा हाथ इससे अच्छा !!
कुछ भी नहीं होता और तुमसे दूर रहकर !!
मुझे इस बात की बहुत कमी महसूस होती है !!
प्यार न हो तभी इश्क मरता है !!
वरना दूरियाँ कभी मोहब्बत की कातिल नहीं होती हैं !!
जो एक-दूसरे के दिल में रहते हैं !!
वे दूर होकर भी दूर नहीं होते हैं !!
दूरियों का क्या है, पास रहने वाले लोगों !!
के बीच भी कभी-कभी मीलों की दूरियाँ होती हैं !!
लम्बी दूरी प्यार तो बढ़ाती हीं है साथ हीं !!
हमारे बीच ज्यादा बेहतर समझ पैदा करती है !!
उससे दूर होकर जीना कुछ ऐसा लगता है !!
जैसे किसी गुनाह की सजा मिल रही हो मुझे !!
रिश्ते एहसास के होते हैं !!
अगर एहसास हो तो !!
अजनबी भी अपने होते हैं !!
और अगर एहसास नहीं तो !!
अपने भी अजनबी होते हैं !!
अपना और पराया क्या है !!
मुझे तो बस यही पता है !!
जो भावनाओं को समझे वो अपना !!
और जो भावना से परे हो वो पराया !!
जो दूर रहकर भी पास हो वो अपना !!
और जो पास रहकर भी दूर हो वो पराया !!