इतना आसान नहीं है जीवन का हर किरदार निभा पाना !!
इंसान को बिखरना पड़ता है रिश्तों को समेटने के लिए !!
पत्तों सी होती है कई रिश्तों की उम्र आज हरे !!
कल सूखे, क्यों न हम जड़ों से सीखे रिश्ते निभाना !!
लम्बी दूरी और कुछ नहीं करती है !!
बस यह हमारे प्यार को आजमाती है !!
रिश्ते अगर मजबूर हो तो !!
वह रिश्ता ज्यादा दिन तक नहीं टिकता !!
इसलिए रिश्ते को मजबूत बनाए मजबूर नहीं !!
ना दूर रहने से रिश्ते टूट जाते हैं !!
और ना पास रहने से जुड़ जाते हैं !!
यह तो एहसास के पक्के धागे है !!
जो याद करने से और मजबूत हो जाते है !!
हमारी गलतियों से टूट ना जाना !!
हमारी शरारत से कभी रूठ ना जाना !!
तुम्हारी चाहत ही हमारी ज़िन्दगी है !!
इस प्यारे से रिश्ते को कभी भूल ना जाना !!
सभी शब्दों का अर्थ मिल सकता है !!
परन्तु जीवन का अर्थ जीवन जी कर और !!
संबंध का अर्थ संबंध निभाकर ही मिल सकता है !!
अगर दोनों के दिलों में प्यार हो !!
तो लम्बी दूरियाँ प्यार के आग को बढ़ा देती हैं !!