299+ Best Kabir Das Ke Dohe In Hindi | Dohe,Quotes,images for status Free Download

बोली एक अनमोल है, जो कोई बोलै जानि !!
हिये तराजू तौलि के, तब मुख बाहर आनि !!

अति का भला न बोलना, अति की भली न चूप !!
अति का भला न बरसना, अति की भली न धूप !!

निंदक नियरे राखिए, ऑंगन कुटी छवाय !!
बिन पानी, साबुन बिना, निर्मल करे सुभाय !!

दुर्लभ मानुष जन्म है, देह न बारम्बार !!
तरुवर ज्यों पत्ता झड़े, बहुरि न लागे डार !!

कबीरा खड़ा बाज़ार में, मांगे सबकी खैर !!
ना काहू से दोस्ती,न काहू से बैर !!

धीरे-धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय !!
माली सींचे सौ घड़ा, ॠतु आए फल होय !!

माला फेरत जुग भया, फिरा न मन का फेर !!
कर का मनका डार दे, मन का मनका फेर !!

जाति न पूछो साधु की, पूछ लीजिये ज्ञान !!
मोल करो तरवार का, पड़ा रहन दो म्यान !!

दोस पराए देखि करि, चला हसन्त हसन्त !!
अपने याद न आवई, जिनका आदि न अंत !!

जिन खोजा तिन पाइया, गहरे पानी पैठ !!
मैं बपुरा बूडन डरा, रहा किनारे बैठ !!

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