Best Kabir Das Dohe in Hindi 2023 | कबीर के दोहे जो देंगे आपको एक नई सीख हिंदी में

Kabir Das Ji Ke Dohe

कबीर लहरि समंद की मोती बिखरे आई !!
बगुला भेद न जानई हंसा चुनी चुनी खाई !!

संत ना छाडै संतई जो कोटिक मिले असंत !!
चन्दन भुवंगा बैठिया तऊ सीतलता न तजंत !!

जब गुण को गाहक मिले तब गुण लाख बिकाई !!
जब गुण को गाहक नहीं तब कौड़ी बदले जाई !!

माला फेरत जुग भया फिरा न मन का फेर !!
कर का मनका डार दे मन का मनका फेर !!

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