जोकर पर शायरी
मैं अपनी इस अदा पर गुरूर करता हूं !!
प्यार हो या नफरत भरपूर करता हूं !!
उजालों में तो मिल ही जाएगा कोई ना कोई !!
तलाश करनी है तो उसकी करो जो अँधेरों में तुम्हारा साथ दे !!
हम किसी को समझते न्ही !!
बस लोगो के बातें सुनते है !!
कुछ को हकीकत ,कुछ को ख्वाब करना है !!
बहुत से लोग हैं जिनका हिसाब करना है !!
खुद से कभी दुश्मनी मत करो !!
दुनिया को न्ही बस खुदको प्यार करो !!
कुबूल हमने कर लिया आज प्यार का पैगाम !!
होगा सो देखा जायेगा आज इश्क़ का अंजाम !!
हम अगर दुश्मनी दिल से निभाते है !!
तो सोचो प्यार कैसे निभाते होंगे !!
मुझे मेरे अतीत से मत आंकिए मैं अब !!
वहां नहीं रहता !!
मैं याद रखूंगा और ठीक हो !!
जाऊंगा माफ नहीं करूंगा और भूल जाऊंगा कि समय चाहिए !!
संघर्ष करने के लिए कभी शर्मिंदा न हों आप जहां पहुंचना चाहते हैं !!
वहां पाने के लिए कड़ी मेहनत करने में बिल्कुल भी शर्म नहीं है !!
कुछ सपने सफलता !!
के और कुछ सपने जागो और उन्हें पूरा करो !!
अपनी भावनाओं को कम करें !!
और अपनी ऊधम को चालू करें !!
झूठे लोग अब मुझे आश्चर्य नहीं करते !!
वफ़ादार लोग करते हैं !!
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