कांटो से बच कर चलते रहे उम्र भर !!
जब चोट लगी तो एक फूल ने घायल कर दिया !!
जब भी तन्हाई में उनके बगैर जीने की बात आयी !!
उनसे हुई हर एक मुलाकात मेरी यादों में आयी !!
किसी को कितना भी प्यार दे दो !!
आखिर में उसे थोड़ा कम ही लगता है !!
जिंदगी में कुछ हसीन पल यूंही गुजर जाते हैं !!
रह जाती हैं यादें और इंसान बिछड़ जाते हैं !!
अगर क़िस्मत लिखने का हक़ मेरी माँ का होता !!
तो मेरी ज़िन्दगी में एक भी ग़म न होता !!
बहुत मशरूफ हो शायद,जो हम को भूल बैठे हो !!
न ये पूछा कहाँ पे हो न यह जाना कि कैसे हो !!
प्यार इश्क मोहब्बत सब धोखेबाजी है !!
अपनी लाइफ में तो सिर्फ Attitude ही काफी है !!
ठोकरें खाता हूँ पर शान से चलता हूँ !!
में खुले आसमान के नीचे सीना तान के चलता हूँ !!
हारने में बुराई नहीं लेकिन हार मान लेने में बुराई है !!
हमारी नज़रो से ज़्यादा उम्मीद मत कर पगली !!
क्योंकि प्यार से देखना तो हमारी बचपन की आदत है !!
नज़र अंदाजी का बड़ा शौक था उनको हमने भी !!
तोहफे में उनको उन्ही का शौक दे दिया !!
जो तेरा उसूल है उसी पे चल !!
किसी के लिए खुद को मत बदल !!
करीब रहने से नाम बदनाम है !!
इसलिए अब सबको दूर से ही सलाम है !!
क्या कहाँ मेरा खोफ नही है !!
नशे में हो या जीने का शोक नही है !!
जो खोटे सिक्के कभी न चले बाजार में !!
वो कमियां ढूंढ रहे हैं हमारे किरदार में !!