Husn shayari for girlfriend
तेरी सादगी का हुस्न भी लाजवाब है !!
मुझे नाज़ है के तू मेरा इंतेख़ाब है !!
किसी के हुस्न की शम्मा का परवाना हूँ !!
अक्सर लोग मुझे कहतें हैं मैं दीवाना हूँ !!
हुस्न का क्या काम सच्ची मोहब्बत में !!
रंग सांवला भी हो तो यार क़ातिल लगता है !!
दिल में समा गयी हैं कयामत की शोखियाँ !!
दो चार दिन रहा था किसी की निगाह में !!
तेरी तारीफ में कुछ लफ़ज कम पड़ गए !!
वरना हम भी किसी ग़ालिब से कम नहीं !!
नाज़ुक उसके लबों की क्या कहिये !!
पंखुड़ी इक गुलाब की सी है !!
यूँ न निकला करों आज कल रात को !!
चाँद छुप जाएगा देख कर आप को !!
दुनिया में तेरा हुस्न मेरी जां सलामत रहे !!
सदियों तलक जमीं पे तेरी कयामत रहे !!
अंदाज अपना देखते हैं आईने में वो !!
और ये भी देखते हैं कोई देखता न हो !!
ये आईने ना दे सकेंगे तुझे ,तेरे हुस्न की खबर !!
कभी मेरी आँखों से आकर पूछ,के कितनी हसीन है तू !!
शायद तुझे खबर नहीं ए शम्मे-आरजू !!
परवाने तेरे हुस्न पे कुरबान गये है !!
तुम्हारा हुस्न आराइश तुम्हारी सादगी ज़ेवर !!
तुम्हें कोई ज़रूरत ही नहीं बनने सँवरने की !!
जब मैंने चाँद को अपना चाँद दिखाया !!
रात में निकला पर हुस्न पर नहीं इतराया !!
हुस्न की मल्लिका हो या साँवली सी सूरत !!
इश्क़ अगर रूह से हो तो हर चेहरा कमाल लगता है !!
मेरे दिल के धड़कनों की वो जरूरत सी है !!
तितलियों सी नाजुक,परियों जैसी खूबसूरत सी है !!
न पूछो हुस्न की तारीफ़ हम से !!
मोहब्बत जिस से हो बस वो हसीं है !!
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