Khoobsurat husn shayari
अर्ज़ किया है !!
देखी जबसे आपकी तस्वीर है !!
कर गयी मेरे दिल को चीर है !!
मैं तो आप पर फ़िदा होने लगा !!
ख्यालों में आपके खोने लगा !!
तेरे हुस्न की क्या तारीफ लिखूं !!
तुझे चाँद कहा तो तेरी तोहीन होगी !!
तेरे लिए ही सजती हैं ये महफिलें !!
तेरे बिना ये शाम ग़मगीन होगी !!
तोड़े हैं तूने लाख दिल !!
हम एक तोड़ेंगे तो सज़ा संगीन होगी !!
तू ही दिल में बसता है !!
किसी और से हमने क्या करना !!
मैं गुलाम और तू रानी है हुस्न की !!
मैंने प्यार का इज़हार क्या करना !!
इक कांटे का दर्द न सहा जाए !!
वफ़ा ए मोहब्बत तूने क्या करना !!
तेरा प्यार मारे मुझे हर पल !!
ऐसी मोत में मरे तो क्या मरना !!