New Kavita In Hindi
जैसा मैं करती हु वैसा !!
तुमसे प्यार नहीं होगा !!
तुम क्यों नहीं समझते बेइंतहा मोहब्बत है तुमसे !!
पर हर वक्त प्यार जताऊ जरूरी तो नहीं !!
बहुत किया था तुमने भी मोहब्बत हमसे !!
पर हमारी इश्क़ की कहानियां सबको सुनाऊ जरूरी तो नहीं !!
उनके हथेली पे कुछ ऐसी लकीर भी है !!
जिससे ज़ाहिर है वो मेरी तक़दीर भी है !!
हम दोनों हैं तो आसमाँ के आज़ाद परिंदे !!
और फिर मैं उनका वो मेरी जंजीर भी है !!
सब के अपने फ़लसफ़े है अपने क़ायदे हैं !!
लेकिन वो मेरी ख़्वाब भी है ताबीर भी है !!
बहोत क़ीमती दौलत संजोह लिया है मैंने !!
मेरी ख़ुशियाँ है एक हसीन जागीर भी है !!
अब काम लफ़्फ़ाज़ी से तुम कब तक चलाओगे !!
उसकी झील सी आंखों में डूब जाना भी ज़रूरी है !!
दिल के ज़ज़्बात तुम दिल मे दबा कर मत रखो !!
उसको देख कर प्यार से मुस्कुराना भी ज़रूरी है !!
उसे ये बारहा कहना वो कितना ख़ूबसूरत है !!
उसे नग्मे मोहब्बत के सुनाना भी ज़रूरी है !!
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