Sad Life Poetry
जिसे सूरत बताते हैं पता देती है सीरत का !!
इबारत देख कर जिस तरह मानी जान लेते हैं !!
तुझे घाटा ना होने देंगे कारोबार-ए-उल्फ़त में !!
हम अपने सर तेरा ऎ दोस्त हर नुक़सान लेते हैं !!
हमारी हर नजर तुझसे नयी सौगन्ध खाती है !!
तो तेरी हर नजर से हम नया पैगाम लेते हैं !!
परवाह नहीं कोई साथ आए मेरे !!
मैं अकेला ही आगे बढ़ने लगा हूँ !!
ज़माना वारदात-ए-क़्ल्ब सुनने को तरसता है !!
इसी से तो सर आँखों पर मेरा दीवान लेते हैं !!
फ़िराक अक्सर बदल कर भेस मिलता है !!
कोई काफ़िर कभी हम जान लेते हैं कभी पहचान लेते हैं !!
सफर में धूप तो बहुत होगी तप सको तो चलो !!
भीड़ तो बहुत होगी नई राह बना सको तो चलो !!
माना कि मंजिल दूर है एक कदम बढ़ा सको तो चलो !!
मुश्किल होगा सफर भरोसा है खुद पर तो चलो !!
हर पल हर दिन रंग बदल रही जिंदगी !!
तुम अपना कोई नया रंग बना सको तो चलो !!
यही है ज़िन्दगी कुछ ख़्वाब चन्द उम्मीदें!!
इन्हीं खिलौनों से तुम भी बहल सको तो चलो!!
इसे भी पढ़े:-