मुझे क्या डराएगा मौत का मंजर !!
हमने तो जन्म ही कातिलों की बस्ती में लिया है !!
दुश्मन से क्या डरना !!
शेर हूँ दुश्मन होना जायज़ है !!
दुनिया का सबसे मुश्किल काम !!
अपनों में अपनों को ढूंढना !!
मेरे दिल को यु कैद ना कर, ए पगली !!
दिल के नवाब हे, तेरे पिंजरे के पंछी नही !!
मोहब्बत हो गई खुद से !!
जब से सीखा मुस्कुराना दिल से!!
कल पे सवाल है !!
जीना फिलहाल है !!
उम्मीद कम रखिए !!
खुशी बेहिसाब होगी !!
मैं बदमाशियां बर्दास्त !!
करता हु बदमाश को नहीं !!
गर हमारे हाथ चलने लगे तो !!
तुम्हारा मुंह चलना बंद हो जायेगा !!
अब हम पतंग उड़ाने का नहीं !!
लोग उड़ाने का शौक रखते हैं !!