बड़ी से बड़ी हस्ती मिट गयी मुझे झुकाने मे बेटा !!
तू तो कोशिश भी मत करना तेरी उम्र गुजर जायगी मुझे गिराने मे !!
तू मोहब्बत है मेरी इसीलिए दूर है मुझसे !!
अगर जिद होती तो शाम तक बाहों में होती !!
अगर मैं औकात देखकर दोस्ती करता !!
तो तुम मेरे आस पास भी नहीं होते !!
धन भी रखते है, गन भी रखते है, और सुन बेटा !!
थोड़ा हटके रर्इयो, वरना ठोकने का ज़िगर भी रखते हैं !!
लोग कहते हैं कि सुधर जाओ वरना ज़िंदगी रूठ जायेगी. हम कहते है !!
ज़िंदगी तो वैसे भी रूठी है पर हम सुधर गए तो हमारी पहचान रूठ जायेगी !!
यूँ ना छोड़ कर जाया करो बार-बार !!
अगर मैं रूठ गया तो मेरी एक झलक को भी तरसोगी !!
ग़लतफहमी में है बेटा के तेरा राज़ है !!
आके देख ले यहाँ कौन किसका बाप है !!
हम अपना Attitude तो वक्त आने पर दिखाएंगे !!
शहर तू खरीद उस पर राज़ करके हम दिखाएंगे !!
दीदार की तलब हो तो नजरें जमाये रखना !!
क्योंकि नकाब हो या नसीब सरकता जरूर है !!
खवाहिश नही मुझे मशहुर होने की !!
आप मुझे पहचानते हो बस इतना ही काफी है !!