बाल दिवस पर निबंध
बच्चों दुनिया के सबसे !!
मूल्यवान संसाधन होते है और ये !!
आने वाले कल के लिए !!
एक सर्वश्रेष्ठ आशा होती है !!
माँ की कहानी थी !!
परियों का फ़साना था !!
बारिश में कागज़ की नाव थी !!
बचपन का वो हर मौसम सुहाना था !!
बाल दिवस की शुभकामनायें !!
टीचर टीचर आज ना कुछ कहना हमको !!
आज हम खूब मौज उड़ाएंगे !!
साल भर तो आपकी हमनी सुनी !!
आज हम बाते आपको अपनी बताएँगे !!
हम है इस भारत के बच्चे !!
हम नहीं है अकल के कच्चे !!
हम आसू नहीं बहाते !!
क्योंकि हम है सीधे सरल और सच्चे !!
चाचा नेहरू तुझे सलाम !!
अमन शांति का दे पैगाम !!
जग को जंग से तूने बचाया !!
हम बच्चों को भी मनाया !!
किया अपना जन्मदिवस बच्चों के नाम !!
चाचा नेहरू तुझे सलाम !!
बाल दिवस मुबारक !!
हम है इस भारत के बच्चे !!
हम नहीं है अकाल के कच्चे !!
हम आसू नहीं बहाते है !!
क्योकि हम है सीधे सरल और सच्चे !!
मां की कहानी थी !!
परियों का फसाना था !!
बारिश में कागज की नाव थी !!
बचपन का वह हर मौसम सुहाना था !!
बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !!
जब थे दिन बचपन के !!
वो थे बहुत सुहाने पल !!
उदासी से ना था नाता !!
गुस्सा तो कभी न था आता !!
खबर ना होती कुछ सुबह की !!
ना कोई शाम का ठिकाना था !!
थके हार कर आना स्कूल से !!
पर खेलने तो जरूर जाना था !!
संसार का सबसे सच्चा समय
संसार का सबसे अच्छा दिन !!
संसार का सबसे खुशनुमा पल !!
सिर्फ बचपन मे ही मिलता है !!
इसलिए आप सभी को बाल !!
दिवस की शुभकामनाएं !!
नेहरु का है जन्म दिन !!
आज सारे बच्चे आएगे !!
नेहरू जी को फूल गुलाब से !!
आप हम बच्चे सब महकाएँगे !!
वों दादी माँ की कहानी थी !!
राजा रानी का फसाना था !!
बरखा में कागद की नाव थीं !!
बालपन में वह हर मौसम सुहावना था !!
बाल दिवस की बहुत बहुत बधाई !!
अचकन में नित् रोज लगाते थें !!
वे सदा ही मुस्कराते थे !!
नन्हें बच्चों से लगाव रखते थे !!
वे चाचा नेहरू प्यारे थे !!
चाचा जी के हम है बच्चे प्यारे !!
माँ-बाप के राज दुलारे !!
आ गया है चाचा जी का जन्मदिवस !!
आवों मिलकर मनाये बाल दिवस !!
सबही के मन के चहेते थे चाचा नेहरू !!
बालकों को खूब हंसाते थे चाचा नेहरु !!
उनके प्रति दिल में उमड़ा है प्यार !!
वे देते थे बच्चों को स्नेह अपार !!
बाल दिवश की शुभकामना !!
झूठ बोलते थे फिर भी कितने सच्चे थे हम !!
ये उन दिनों की बात है जब बच्चे थे हम !!
हर बालक का था पंडित नेहरु से अनूठा नाता !!
यही प्यार आजकल स्कूलों में बाल दिवस है कहलाता !!
आज है जन्म दिवस मेरे चाचा नेहरु का !!
मेरा उनका रिश्ता दिया बाती का !!
चाचा का है प्यारा फूल गुलाब !!
मैं तो कहूँ इन्कलाब जिंदाबाद !!
दुनिया का सबसे सच्चा समय !!
दुनिया का सबसे अच्छा दिन !!
दुनिया का सबसे हसीन पल !!
सिर्फ बचपन में ही मिलता है !!
इसलिए आप सभी को बाल दिवस की बधाई !!
ख़ुदा अबकी बार जो मेरी कहानी लिखना !!
बचपन में ही मर जाऊ ऐसी जिंदगानी लिखना !!
खबर ना होती कुछ सुबह की !!
ना कोई शाम का ठिकाना था !!
थक हार के आना स्कूल से !!
पर खेलने को तो जरूर था जाना !!
जब थे दिन बचपन के !!
वो थे बहुत सुहाने पल उदासी से ना था नाता !!
गुस्सा तो कभी न था आता !!
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