गुरु आपके उपकार का कैसे चुकाऊं मैं मोल !!
लाख कीमती धन भला गुरु हैं मेरे अनमोल !!
जीवन का पथ जहां से शुरू होता है !!
वो राह दिखाने वाला ही गुरु होता है !!
विद्यालय है मंदिर मेरा गुरु मेरे भगवान् हैं !!
हमारे हृदय में नित उनके लिए सम्मान है !!
नई राह दिखा कर हमको सभी संशय मिटाता है !!
ज्ञान के सागर से भरा बस वही गुरु कहलाता है !!
माता-पिता ने जन्म दिया पर गुरु ने जीने की कला सिखाई है !!
ज्ञान चरित्र संस्कार और दयावान बनने की हमने शिक्षा पाई है !!
गुरु सत्य और ज्ञान की खोज का सबसे प्रभावी साधन है !!
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं !!
गुरु गोबिन्द दोउ खड़े काके लागूं पाएं !!
बलिहारी गुरु आपने गोबिन्द दियो बताय !!
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर मेरे गुरु के चरणों में प्रणाम !!
मेरे गुरु जी कृपा राखियो तेरे ही अर्पण मेरे प्राण !!
गुरु को पारस जानिए करे लौह को स्वर्ण !!
शिष्य और गुरु जगत में केवल दो ही वर्ण !!
नई राह दिखा कर हमको सभी संशय मिटाता है !!
ज्ञान के सागर से भरा बस वही गुरु कहलाता है !!