Fursat nahi shayari in hindi
मेरे इश्क़ को भी समझोगी !!
मेरा ख्याल भी आएगा !!
जब फुरसत में तुम यह समझोगी !!
कि मेरी तरह कौन चाहेगा !!
ना जाने कितने लम्हें लेट आती हो !!
और जल्दी जाने की जिद करती हो !!
थोड़ा फुर्सत निकाल कर आया करो !!
नजरों से नजरें मिलाकर प्यार जताया करो !!
इस नाकाम सी जिंदगी का !!
मकसद खत्म कर दो !!
गर हो आज फुरसत तो !!
हमारा कत्ल कर दो !!
माँ-बाप हर काम छोड़कर !!
बच्चों के लिए वक़्त निकालते है !!
मगर माँ-बाप से मिलने के लिए !!
आजकल बच्चे फुरसत नहीं पाते है !!
काश आपकी याद जैसी !!
होती फुरसत आपके पास !!
ना दिन देखते ना रात !!
रहते सिर्फ हमारे पास !!
हर तमन्ना जब दिल से !!
रूख्सत हो गई !!
यकीन मानिये फिर !!
फुरसत ही फुरसत हो गई !!
जब भी मिले फुरसत !!
दिल की बात अपनों से क्यों नहीं कहते !!
अगर रिश्ते खामोश हो जाएँ !!
तो ज्यादा दिन तक जिन्दा नहीं रहते !!
उन्हें फुर्सत ही कहाँ जो वो !!
हमारे लिए वक़्त निकाले !!
ऐसे ही होते है आजकल !!
के चाहने वाले !!
खुद को संवारने की कहाँ !!
उसे फुरसत होती है !!
माँ फिर भी बहुत !!
खूबसूरत होती है !!
तुम्हें जब कभी मिले फुरसत !!
मेरे दिल से बोझ उतार दो !!
मैं बहुत दिनों से उदास हूँ !!
मुझे कोई शाम उधार दो !!
मुझे फुरसत ही कहाँ कि !!
मौसम सुहाना देखूँ !!
तेरी यादों से निकलूँ !!
तभी तो जमाना देखूँ !!
काश फुर्सत में उन्हें भी !!
यह ख्याल आ जाये कि !!
कोई याद करता है उन्हें !!
जिंदगी समझ कर !!
तमाम लोगो का हाल जाना !!
तमाम लोगो से बात की !!
कभी फुरसत ही न मिल सकी !!
खुद से ही मुलाक़ात की !!
मिलती ही नहीं मुझे !!
इस दुनिया के लिए फुरसत !!
सोता हूँ तो ख्वाब तुम्हारे !!
जागता हूँ तो ख्याल तुम्हारे !!
कभी फुर्सत में अपनी कमियों पर भी !!
गुजर करना चाहिए !!
दूसरों को आईना दिखाने की आदत !!
छूट जाएगी !!
अधूरे मिलन की आस है जिंदगी !!
खुश-दुःख का एहसास है जिंदगी !!
फुरसत मिले तो ख्वाबों में आया करो !!
आपके बिना बड़ी उदास है जिंदगी !!
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