Fursat shayari hindi image
बड़ी फुर्सत से कमरे की तन्हाईयों में बैठे रहते हैं !!
पता हैं क्यू? तुम्हे याद करने के लिए !!
खत्म कर दी थी जिन्दगी की हर खुशियाँ तुम पर !!
कभी फुर्सत मिले तो सोचना मोहब्बत किस ने की थी !!
मंजिल पे पहुँचकर लिखूंगा मैं इन रास्तों की मुश्किलों !!
का जिक्र अभी तो बस आगे बढ़ने से ही फुरसत नही !!
हमें फुरसत नहीं मिलती कभी आंसू बहाने से !!
कई ग़म पास आ बैठे तेरे एक दूर जाने से !!
मुझे तेरे सिवा कुछ सोचने की फुरसत नहीं !!
और तुम कहते हो में तुम्हें भूल जाऊँ !!
गुज़र गया आज का दिन पहले की तरह !!
ना हम को फुर्सत मिली ना उनको ख्याल आया !!
तेरे पास भी कम नहीं !! मेरे पास भी बहुत हैं !!
ये परेशानियाँ आजकल फुर्सत में बहुत हैं !!
तुम्हे गेरौ से कब फुरसत ,हम अपने ग़म से कब खाली !!
चलो बहुत हो गया मिलना,ना तुम खाली ना हम खाली !!
तुम ताल्लुक तोड़ने का जिक्र किसी से भी ना करना !!
हम लोगों से कह देंगे कि उन्हें फुर्सत नहीं मिलती !!
मोहब्बत करने से फुरसत नहीं मिली यारो !!
वरना हम करके बताते नफरत किसको कहते है !!
कभी मिले तुम्हे फुर्सत तो इतना जरुर बताना !!
वो कौन सी? मोहब्बत थी हम तुम्हे दे ना सके !!
फुरसत मिले तो चाँद से मेरे दर्द की कहानी पुछ लेना !!
एक वही तो है हमराज मेरा तेरे सो जाने के बाद !!
तुम्हें जब कभी मिले फ़ुरसतें मेरे दिल से बोझ उतार दो !!
मैं बहुत दिनों से उदास हूँ मुझे कोई शाम उधार दो !!
फुर्सत अगर मिलें तो मुझे पढ़ना जरूर !!
मैं तेरी उलझनों का मुकम्मल जवाब हूँ !!
मसरुफ रहने का अंदाज आपको तन्हा ना कर दे !!
रिश्ते फुरसत के नही,तवज्जो के मोहताज़ होते हैं !!
इसे भी पढ़े:-