Sad dil tuta shayari
कभी कोई अपना अनजान हो जाता है !!
कभी किसी अनजान से प्यार हो जाता है !!
ये जरुरी नहीं कि जो ख़ुशी दे उसी से प्यार हो !!
दिल तोड़ने वालो पे भी दिल निसार हो जाता है !!
दिल तोड़ कर हमारा तुमको राहत भी न मिलेगी !!
हमारे जैसी तुमको कहीं चाहत भी न मिलेगी !!
यूँ इतनी बेरुखी न दिखलाइये हमें !!
हम अगर रूठे तो हमारी आहट भी न मिलेगी !!
वह शायद इसीलिए रहते है दूर हमसे !!
क्यूंकि उनको अपने हुस्न पर गुरुर होगा !!
मगर याद रखना ऐ दिल तोड़ने वाले !!
की तुमको इसका एहसास जरूर होगा !!
टूटा दिल तो गम कैसा !!
वो चल दिये तो सितम कैसा !!
मन भरा यार बदले,बेवफा हुए साफ !!
तो फिर इश्क का भ्रम कैसा !!
ज़ख्म लगा के मेरे दिल पे बड़ी सादगी के साथ !!
टूटे हुए मेरे दिल का क्या पूछते हो !!
ठुकरा दिया जो तुमने मोहब्बत को इस तरह !!
पलट-पलट के प्यार से क्या देखते हो !!
कांच का तोहफा न देना कभी किसी !!
रूत केर लोग तोड़ दिया करते है !!
जो बहुत अच्छे हों उनसे प्यार मत करना !!
अच्छे लोग ही दिल तोड़ दिया करते है !!
जाने क्या मुझसे यह ज़माना चाहता है !!
मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हसना चाहता है !!
जाने क्या बात झलकती है मेरे चेहरे से !!
हर शख्स मुझे आज़माना चाहता है !!
कौन कहता है कि दिल !!
सिर्फ लफ्जों से तोड़ा जाता है !!
तेरी ख़ामोशी भी कभी कभी !!
आँखें नम कर देती है !!
दिल टूटने पर भी जो शख्स !!
शिकायत तक न करे !!
उस शख्स की मोहब्बत में !!
कमियां न निकाला कर !!
दर्द बहुत हुआ दिल के टूट जाने से !!
कुछ न मिला उसके लिए आँसू बहाने से !!
वो जानता था वजह मेरे दर्द की !!
फिर भी बाज न आया मुझे आजमाने से !!
आँखों में नजर आते आँसु है !!
होठों पे तेरी हसी की झांकी है !!
तू छोड़ गया दिल तोड़ गया !!
हम में थोड़ी मोहब्बत अभी बाकि है !!
खाली शीशे भी निशान रखते है !!
टूटे हुए दिल भी अरमान रखते है !!
जो ख़ामोशी से गुज़र जाये !!
वह दरिया भी दिल में तूफ़ान रखते है !!
खुद की हालत का मुझे एहसास नहीं होता !!
आंखे तब बरसती हैं जब कोई पास नहीं होता !!
दिल से चाहने वाले ही दिल तोड़ देते है !!
बस इसी बात का तो ऐतबार नहीं होता !!
एक ग़ज़ल तेरे लिए ज़रूर लिखूंगा !!
बे-हिसाब उस में तेरा कसूर लिखूंगा !!
टूट गए बचपन के तेरे सारे खिलौने !!
अब दिलों से खेलना तेरा दस्तूर लिखूंगा !!
दुनिया में उल्फत का यह दस्तूर होता है !!
जिसे दिल से चाहो वही हमसे दूर होता है !!
दिल टूट कर बिखरता है इस कदर जैसे !!
काँच का खिलौना गिरके चूर-चूर होता है !!
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