Pyar me dil khush shayari
बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे-धीरे !!
एक शहर अब इनका भी होना चाहिए !!
तूने ही लगा दिया इलज़ाम-ए-बेवफाई !!
अदालत भी तेरी थी गवाह भी तू ही थी !!
चलो यूँ ही सही हम_बेवफ़ा हैं !!
मगर ये तो बताएँ आप क्या हैं !!
तेरे हुस्न पे तारीफों भरी किताब लिख देता !!
काश तेरी वफ़ा तेरे हुस्न के बराबर होती !!
अब उनकी मोहब्बत पर हक़ तो नहीं रहा !!
पर धड़कन कहती हैं !!
आखरी सास तक इंतज़ार करू उसका !!
बड़े अलग हैं वो !!
उन्हें इश्क भी करना हैं !!
वो भी दोस्ती की आड़ में !!
पता नहीं क्या किस्मत में हैं हमारी !!
हम तो उन्हें रूठने पर भी मना नहीं पाए !!
और लोग तो रूठी तक़दीर भी मन लेते हैं !!
ज़िन्दगी में कभी न मिलने वाला !!
वादा वो लेकर चले घाए !!
दिल में दर्द वो हद से भी जादा देकर चले गए !!
दर्द भी दिया जायेगा और मलहम भी लगाया जाएगा !!
ये जिंदगी हैं भाई यहाँ तारीफ तो होगी ही !!
और जलील भी किया जायेगा !!
मोहब्बत करने वालो बस इतना समझ लेना !!
जब इश्क की गलियों में कोई तीसरा आ जाता हैं !!
वो रिश्ता कोरोना से भी खतरनाक बन जाता हैं !!
सोचा था जी लूँगा तेरी बेवफाई का गम लेकर !!
पर अब लगता हैं अब तेरी यादे !!
मुझे थोडा थोडा तोड़ कर मार ही देगी !!
समेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों !!
के अधूरे क़िस्से अगली मोहब्बत !!
में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी !!
मौसम भी इशारा करके बदलता है !!
लेकिन तुम अचानक से बदले हो !!
हमें यकीन नहीं आता !!
उन्हें ज़िद है कि मैं हँसते हुए !!
रुखसत करूं उनको मुझे डर है !!
तुम्हारी आँख भर आई तो क्या होगा !!
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