Dabang shayari hindi me
की तो ज़ुबा से की हवावाजी की चक्कर !!
में हथियार नहीं छोड़े एक बात अच्छी !!
रही किरदार में मेरे किसी लैला !!
के चक्कर में यार नहीं छोड़े !!
ज़िंदगी निकल जाएगी फिर ऐसी !!
हमारी मार है छोड़ने वालो में से !!
हम नहीं हमे बस वक्त का !!
इंतज़ार है !!
औकाद दोगलो जैसे नहीं हमारी जो !!
इल्जाम हो संभल कर दे रहे हैं !!
बहुत भारी पडूगा एक दिन !!
जो मुझे आज हल्के में ले रहे हैं !!
ज्यादा औकात औकात मत कर तेरी !!
औकात पर फूल स्टॉप ला देंगे !!
तेरे घर वाले ओप्रशन थियेटर के बहार !!
वेट करेंगे डॉक्टर सॉरी कहकर भगा देंगे !!
इज्जत न हो तो रिस्ता कैसा !!
वो हर रिस्ता तोड़ देता है !!
मर्द अगर इज्जत पर आ जाय !!
तो इसक क्या बादशाहत भी !!
छोड़ देता है !!
पैसा नशा और प्यार ये तीनो !!
इंसान को बर्वाद कर देती है !!
पर मुझे कोई फर्क नहीं पड़ेगा !!
क्योंकी ये तीनो हमारे पास नहीं है !!
लोगो की सोच से थोड़ा अलग रहता !!
हु मैं तुम बराबरी बराबरी करके जलते !!
रहते हो मैं अपनी जगह भी रहके !!
सबसे उप्पेर रहता हु !!
आज के डेट में बंदा इसलिए भी !!
देवदास नहीं बनते क्योकि आजके !!
डेट में पारो एक से नहीं अनेको से !!
प्यार करते हैं !!
बेटा हवा भी न लगेगी !!
इस तरह काट के जाएगी !!
बात करेगी दूसरे वाले से !!
और पूछने पर मौसी का लड़का बतायेगी !!
कुछ लोगो में attitude होता कुछ !!
attitude में लोग दाहरणे का काम !!
जंगल में शेर का है तू मोहल्ले !!
का कुत्ता है तू सिर्फ भौक !!
तरक्की के लिए कुछ भी कर देगा !!
ये सक्स बड़ा बतमीज़ है !!
मैंने तो खुद को भी नहीं बक्सा !!
फिर मोहतरमा तू क्या चीज़ है !!
ये ज़िंदगी तो मुझसे यु ही लड़ते रहेगी !!
मगर मेरी मेहनत कामयाबी की सीढी !!
चढ़ते रहेगी तू जितनी दुआ करो मेरे मरने की !!
माँ कसम मेरी उम्र उतनी बढ़ते रहेही !!
नाम एक दिन में नहीं बनता लेकिन !!
एक न एक दिन बनता ज़रूर है !!
तब ये आप पीछे भौकने वाले को !!
जलता ज़रूर है !!
मैं तुम्हारे बारे में सोचु इतनी !!
छोटी हमारी सोच नहीं है !!
और तू मुझे सोचे बेटा इतनी !!
तेरी पहुंच नहीं है !!
छोड़ दिया हमने मोहतरमा !!
इसक के पीछे चलना !!
इस गुलामी मांगता है और हम !!
हम बचपन से ही नवाब हैं !!
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