भोजपुरी शायरी
दिलासा देके अब आउर ना सम्हाल हमके !!
अईसन मखमली तूफान में न पाल हमके !!
कब ले कौनो अनहोनी क डर रहे !!
ईहवें रहे द ना निकाल हमके !!
ई आंसुवन के बूँद हअ या अँखीया के नमी !!
न ऊपर असमान बा न नीचे जमी बा !!
ई कईसन मोड़ बा जिनगी के !!
उनही के जरूरत बा आउर उनही के कमी !!
केहू बताई ए दिल के समझाई कईसे !!
जेके चाहत तानी उनके नज़दीक लाई कईसे !!
उ तहर तमन्ना हर एहसास बानी हमार !!
मगर ये एहसास के ई एहसास दिलाई कैईसे !!
दिलासा देके अब आउर ना सम्हाल हमके !!
अईसन मखमली तूफान में न पाल हमके !!
कब ले कौनो अनहोनी क डर रहे !!
ईहवें रहे द ना निकाल हमके !!
ई फूलन मे अब उ महक कहॉ !!
इ राह क अब कवनो मंजिल कहॉ !!
क लेती हम मोम अगर केहू पत्थर दिल होत त !!
पर इहां त केहू में इंसानी दिल बा कहॉ !!
दरद दे के दरद बढावल ना जाला !!
दीप जलाके दीप बुझावल ना जाला !!
प्रेम केतनो बढ़ी पर बेगाना ना होई !!
दिल लगाके दिल हटावल ना जाला !!
नींद छुपेले जहाँ पे !!
ख्वाब सजेले जहाँ पे !!
खबर ई आईल बा उहां से !!
कि केहू तोहरे जइसन नाहीं !!
दिल से निकलल हर बात एगो जज्बात होला !!
प्यार से बोली वोह बोली के एगो अजबे सौगात होला !!
कबो आजु ले अघाईल नईखे एह नेह छोह के बोली पे !!
जब दिल टुटेला त आंखि से भादो असि बरसात होला !!
ई फूलन मे अब उ महक कहॉ !!
इ राह क अब कवनो मंजिल कहॉ !!
क लेती हम मोम अगर केहू पत्थर दिल होत त !!
पर इहां त केहू में इंसानी दिल बा कहॉ !!
तोहरा के गले से लगाके तोहार सपनवा बन जाईब !!
तोहरा संसिया से मिलके तोहार खुशबू बन जाईब !!
तनिको दूरी न रहे हमनी के नियरा !!
हम अपना के भुला के बस तोहरा में समां जाईब !!
हम जब भी डूबल चाहीला !!
आकाश के ई नील गगनवा में !!
न जाने काहें !!
ई घनघोर बदरा !!
नाय़ बन के हमके बचा लेवेला !!
खालीयो शिशा मे निशान रह जाला !!
टूटल दिल मे भी अरमान रह जाला !!
जवन खामोशी से गुजर जाला !!
उ दरिय़ा भी आपन दिल मे तूफान राखेला !!
मुहब्बत ऊ बारिश हअ !!
जेके छूवे के कोशिश में !!
हथवा त गीला हो जाय़ेला !!
आऊर अखिय़ो नम रहेला !!
बाकि हाथ फिर भी खालीय़े रहेला !!
दिल से निकलल हर बात एगो जज्बात होला !!
प्यार से बोली वोह बोली के एगो अजबे सौगात होला !!
कबो आजु ले अघाईल नईखे एह नेह छोह के बोली पे !!
जब दिल टुटेला त आंखि से भादो असि बरसात होला !!
जिंदगी भर हम जिंदगी से दूर रहनी !!
तहरा खातिर हम अपनों से दूर रहनी !!
अब एह से बढ़ के वफा के सजा का होई !!
तहार होक तोहरो से दूर रहनी !!
इसे भी पढ़े:-