सर पर जो हाथ फेरे तो हिम्मत मिल जाये !!
माँ एक बार मुस्कुरा दे तो जन्नत मिल जाये !!
चलती फिरती आँखों से अज़ाँ देखी है !!
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है !!
सीधा साधा भोला भाला मैं ही सब से सच्चा हूँ !!
कितना भी हो जाऊं बड़ा माँ आज भी तेरा बच्चा हूँ !!
यूँ तो मैंने बुलन्दियों के हर निशान को छुआ !!
जब माँ ने गोद में उठाया तो आसमान को छुआ !!
वो लिखा के लाई है किस्मत में जागना !!
माँ कैसे सो सकेगी कि बेटा सफ़र में है !!
ऐ अँधेरे देख मुँह तेरा काला हो गया !!
माँ ने आँखें खोल दी घर में उजाला हो गया !!
माँ पहले आँसू आते थे तो तुम याद आती थी !!
आज तुम याद आती हो और आँसू निकल आते है !!
बद्दुआ संतान को इक माँ कभी देती नहीं !!
धूप से छाले मिले जो छाँव बैठी है सहेज !!
सख्त राहों में भी आसान सफ़र लगता है !!
ये मेरी माँ की दुआओं का असर लगता है !!
जब-जब कागज पर लिखा मैंने माँ का नाम !!
कलम अदब से बोल उठी हो गये चारों धाम !!
कभी मुस्कुरा दे तो लगता है ज़िंदगी मिल गयी मुझको !!
माँ दुखी हो तो दिल मेरा भी दुखी हो जाता है !!
तेरे दामन में सितारे हैं तो होंगे ऐ फलक !!
मुझको मेरी माँ की मैली ओढ़नी अच्छी लगी !!
माँ मेरी खातिर तेरा रोटी पकाना याद आता है !!
अपने हाथों को चूल्हे में जलाना याद आता है !!
वो डांट डांट कर खाना खिलाना याद आता है !!
मेरे वास्ते तेरा पैसा बचाना याद आता है !!
किसी भी मुश्किल का अब किसी को हल नहीं मिलता !!
शायद अब घर से कोई माँ के पैर छूकर नहीं निकलता !!
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