संसार को जीतने से पहले स्वयं अपने !!
विकारों पर विजय पाना अति आवश्यक है !!
कोई ईश्वर को तर्क द्वारा नहीं समझ सकता !!
भले ही वो युगों तक तर्क करता रहे !!
स्त्री-जाति का आदर करना चाहिए !!
वह सभी स्त्री और पुरुष को बराबर मानते थे !!
मेहनत और ईमानदारी से काम करके !!
उसमें से जरूरत मन्द को भी कुछ देना चाहिए !!
लोगों को प्रेम एकता समानता भाईचारा !!
और आध्यात्मिक ज्योति का संदेश देना चाहिए !!
शांति से अपने ही घर में खुद का विचार करें !!
तब आपको मृत्यु का दूत छू भी नहीं पायेगा !!
धन को जेब तक ही सीमित रखना चाहिए !!
उसे अपने हृदय में स्थान नहीं बनाने देना चाहिए !!
तनाव मुक्त रहकर अपने कर्म को निरंतर करते रहना चाहिए !!
तथा सदैव प्रसन्न भी रहना चाहिए !!
अंहकारी इंसान एक अंधे के समान है जिसे न तो !!
अपनी गलती दिखाई देती है न दूसरों की अच्छाई !!
कभी किसी का हक नहीं छीनना चाहिए जो व्यक्ति !!
ऐसा करता है उसे कहीं भी सम्मान नहीं मिलता !!