199+ Best Rahat Indori Shayari
तेरी हर बात मोहब्बत मे गवरा करके !!
दिल के बाजार मे बैठे है ख़सारा करके !!
मुन्तज़िर हूँ के सितारों की ज़रा आँख लगे !!
चाँद को छत पे बुला लूँगा इशारा करके !!
सूरज सितारे चाँद मेरे साथ में रहे !!
जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहे !!
शाखों से टूट जाये वो पत्ते नहीं हैं हम !!
आंधी से कोई कह दे की औकात में रहे !!
अफवाह थी की मेरी तबियत ख़राब हैं !!
लोगो ने पूछ पूछ के बीमार कर दिया !!
कश्ती तेरा नसीब चमकदार कर दिया !!
इस पार के थपेड़ों ने उस पार कर दिया !!
सफ़र की हद है वहां तक की कुछ निशान रहे !!
चले चलो की जहाँ तक ये आसमान रहे !!
ये क्या उठाये कदम और आ गयी मंजिल !!
मज़ा तो तब है के पैरों में कुछ थकान रहे !!
मैं आखिर कौन सा मौसम !!
तुम्हारे नाम कर देता !!
यहां हर एक मौसम को !!
गुज़र जाने कि जल्दी थी !!
सरहदों पर तनाव है क्या !!
ज़रा पता करो चुनाव है क्या !!
शहरों में तो बारुदो का मौसम है !!
गांव चलो अमरूदों का मौसम है !!
दोस्ती जब किसी से की जाये !!
दुश्मनों की भी राय ली जाए !!
बोतलें खोल के तो पि बरसों !!
आज दिल खोल के पि जाए !!